दिल्ली कैपिटल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच डॉ डी वाय पाटील स्पोर्ट्स अकैडमी नवी मुंबई में टाटा आईपीएल का 55वां मैच खेला जा रहा है. इस मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने टॉस जीतकर चेन्नई सुपर किंग्स को बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया है. पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई सुपर किंग्स के सलामी बल्लेबाजों ने काफी आक्रामक बल्लेबाजी की है. इस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स ने डेवोन कॉनवे के 87 रनों की बदौलत दिल्ली कैपिटल्स को 208 रनों का लक्ष्य दिया है.
208 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स के सलामी बल्लेबाज जल्दी-जल्दी आउट हो गए. लेकिन रनों का रफ्तार अभी तक सही बनाए हुए हैं. दिल्ली कैपिटल्स के सबसे अनुभवी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर इस सीजन के लगभग सभी मैचों में अच्छी बल्लेबाजी की है. लेकिन इस मैच में उनका बल्ला कुछ खास नहीं कर पाया है. डेविड वॉर्नर मात्र 19 रनों के स्कोर पर आउट होकर पवेलियन लौट गए हैं. इस दौरान उन्होंने 12 गेंदों का सामना करते हुए एक चौके और दो छक्के लगाए हैं.
दिल्ली कैपिटल्स की पारी के पांचवें ओवर की गेंदबाजी थीक्षणा कर रहे थे. इस ओवर की दूसरी गेंद थीक्षणा की फ्लोटर डिलीवरी थी. इस गेंद को डेविड वॉर्नर सेफ रहकर खेलना चाहते थे लेकिन इस गेंद को डेविड वॉर्नर स्वीप करने का प्रयास किया. लेकिन गेंद की लंबाई स्वीप करने लायक नहीं थी और गेंद बल्ले से न लगकर पैड से जा लगी थी और मैदानी अंपायर ने डेविड वॉर्नर को एलबीडब्ल्यू आउट करार दे दिया. हालांकि बाल ट्रैकिंग देखने से पता चला कि गेंद ऑफ स्टांप पर थी और अंपायर कॉल का 50-50 चांस था. लेकिन अंपायर ने गेंदबाज के पक्ष में निर्णय देते हुए डेविड वॉर्नर को एलबीडब्ल्यू आउट करार दे दिया.
डेविड वॉर्नर के आउट होने के बाद भी रनों की रफ्तार सही थी लेकिन दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाज रनों के दबाव में आकर जल्दी-जल्दी आउट होकर पवेलियन वापस जाने लगे हैं और रनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लग गया है. इस मैच को देखने से पता चलता है कि दिल्ली कैपिटल्स लक्ष्य का पीछा करने में नाकामयाब साबित हो सकती है.