युजवेंद्र चहल ने दुनिया को बताई रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु की सच्चाई, उन्होंने कहा उनके लिए मैंने 140 मैच खेले लेकिन…

इंडियन प्रीमियर लीग में यूज़वेंद्र चहल रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु टीम के आम सदस्य थे. 2022 के मेगा ऑक्शन में आरसीबी ने अपने स्टार गेंदबाज को रिटेन नहीं करने का फैसला लिया. कमाल की बात यह है कि रिटेन नहीं करने के पहले फ्रेंचाइजी ने एक बार भी चहल से इस संबंध में कोई बातचीत नहीं की.

यूज़वेंद्र चहल ने 8 साल तक आरसीबी के लिए क्रिकेट खेला था. जिसके कारण उनका आरसीबी के साथ खास जुड़ाव हो गया था. अब यूज़वेंद्र चहल ने आरसीबी को लेकर एक बहुत बड़ा खुलासा किया है. इस संबंध में उन्होंने दिल खोलकर बातचीत की है.

भारतीय टीम के स्टार गेंदबाज यूज़वेंद्र चहल ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए एक पॉडकास्ट शो में बताया कि ‘आरसीबी फ्रेंचाइजी ने उनसे वादा किया था कि उन्हें मेगा ऑक्शन में जरूर खरीदेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. खरीदना तो दूर की बात है आरसीबी के लिए 8 साल तक खेलने के बाद भी मैनेजमेंट ने उन्हें कांटेक्ट करने तक की भी कोशिश नहीं की.

जबकि मैं उनके लिए 140 मैच खेल चुका था.’

चहल ने आगे कहा कि ‘मैंने लोगों से सुना की यूजी ने बहुत अधिक पैसे मांग लिए होंगे. और बहुत सी चीजें सामने आई थी. इसलिए मैंने एक इंटरव्यू के दौरान यह साफ कर दिया था कि मैंने कुछ पैसे नहीं मांगे. मुझे यह भी पता है कि मैं कितना डिजर्व करता हूं.’

चहल ने आगे बताया कि ‘सबसे बुरा मुझे इस बात का लगा कि आरसीबी की तरफ से किसी ने मुझे कोई कॉल तक नहीं किया. ना ही मुझे कुछ बताया गया. वह लोग कम से कम मुझसे बात तो कर सकते थे. मुझे कुछ भी पता नहीं था. अचानक मैं ऑक्शन में आया. उन्होंने मुझसे वादा किया किया वह मेरे लिए ऑलआउट में जाएंगे. मैंने कहा ठीक है.’

चहल आगे बोले कि ‘जब मैं वहां से गया तो मुझे काफी गुस्सा आया क्योंकि मैंने आरसीबी टीम को अपने करियर के 8 साल दिए थे. इसके बाद दो-तीन दिन तक आरसीबी के कोच से भी मैंने बातचीत नहीं की. जब राजस्थान का पहला मुकाबला आरसीबी से हुआ उस समय भी मैंने किसी से बातचीत नहीं की. हालांकि बाद में मुझे महसूस हुआ कि जो भी होता है वह अच्छे के लिए ही होता है.’

इसके बाद आईपीएल 2022 के मेगा ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स ने 6.5 करोड़ की मोटी रकम देकर युजवेंद्र चहल को अपनी टीम का हिस्सा बनाया.

About the Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *