भारत के सबसे अनुभवी स्पिनर युजवेंद्र चहल हंसमुख, खुशमिजाज और हरफनमौला इंसान है. वह मैदान के बाहर हो या अंदर अपनी मजेदार हरकतों के लिए काफी मशहूर है. लेकिन भारतीय टीम के सबसे सफल पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इकलौते ऐसे इंसान हैं, जिसके सामने युजवेंद्र चहल की बोलती बंद हो जाती है.
इसका खुलासा चहल ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था. उन्होंने कहा था कि माही भाई के सामने वह बिल्कुल शांत रहते हैं. माही भाई से वह सिर्फ जरूरी बात ही करते हैं. माही भाई इकलौते इंसान है, जिसके सामने मेरी बोलती बंद हो जाती है.
अनुभवी लेग स्पिनर यूज़वेंद्र चहल एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि ‘एमएस धोनी एकमात्र ऐसे इंसान हैं, जिनके सामने जाते हैं मेरी बोलती बंद हो जाती है. मूड मेरा कैसा भी हो, मैं माही भाई के सामने ज्यादा नहीं बोलता. मैं उनके सामने शांत बैठता हूं और तभी बोलता हूं जब माही भाई कुछ पूछते हैं, वरना मैं चुप ही रहता हूं.’
उन्होंने आगे कहा कि ‘हम सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 मैच खेल रहे थे. पहली बार मैंने अपने 4 ओवर की गेंदबाजी में 64 रन दिए थे. हेनरिक क्लासेन मेरे हर गेंद को पीट रहे थे. इसलिए उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं राउंड द विकेट गेंदबाजी करूंगा. मैंने कहा ठीक है. लेकिन फिर क्लासेन ने मेरी गेंद पर छक्का लगा दिया.’
चहल ने आगे कहा कि ‘मैं वापस जा रहा था, तभी माही भाई मेरे पास आए और उन्होंने मुझसे कहा- आज तेरा दिन नहीं है. कोई बात नहीं लेकिन आगे उसने जो मुझसे कहा उससे मुझमे एनर्जी आ गई. उन्होंने कहा कि जो पांच गेंदें मेरे पास बची है, उस पर बाउंड्री नहीं लगे इस की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि इससे टीम को काफी मदद मिलेगी. उस अनुभव से मुझे यह एहसास हुआ कि भले ही आपका दिन न हो फिर भी आप टीम को मदद कर सकते हैं.’
चहल के टी20 अंतर्राष्ट्रीय करियर की बात करें तो चहल ने अपने करियर में 75 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने 8.14 की इकॉनमी रेट से 91 विकेट अपने नाम किए हैं. उनका टी20 में सबसे बेस्ट गेंदबाजी प्रदर्शन 25 रन देकर 6 विकेट है.अगर चहल के वनडे करियर की बात करें तो उन्होंने अपने करियर में 72 वनडे मैच खेले हैं. जिसमें 5.27 की इकोनॉमी रेट से 121 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया है. वनडे में उनका सबसे बेस्ट गेंदबाजी प्रदर्शन 42 रन देकर 6 विकेट है.