2007 में जब वेस्टइंडीज और भारत के बीच मुकाबला खेले जाने वाला था और पहला इंटरनेशनल मैच नागपुर में खेला जा रहा था उस मैच में काफी रन लगे थे लेकिन इसी के बीच सचिन तेंदुलकर ने बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी से ऐसा प्रदर्शन दिखाया जो आज भी सभी क्रिकेट फैंस को याद है उस समय भारतीय टीम के कप्तान राहुल द्रविड़ थे और नए युवा विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी भी थे I
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 50 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 338 रन बनाए I जिसमें सचिन तेंदुलकर ने 98 रनों की शानदार पारी खेली, महेंद्र सिंह धोनी ने 42 गेंद में नाबाद 62 रन की पारी खेली और राहुल द्रविड़ ने भी 35 गेंदों में 54 रन की नाबाद पारी खेली। जिसके जवाब में वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने भी भारतीय गेंदबाजों का जमकर धुलाई किया।
वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और शिवनारायण चंद्रपाल ने पहले विकेट के लिए 80 रन की शानदार साझेदारी की I हरभजन सिंह ने शानदार गेंदबाजी करते हुए क्रिस गेल और रुनाको मोर्टन जल्द ही पवेलियन भेजकर भारतीय टीम को मैच में वापसी दिलाई I वेस्टइंडीज ने 175 रन के स्कोर पर अपना 3 विकेट खो चुके थे और क्रीज पर चंद्रपाल के साथ ब्रायन लारा बल्लेबाजी कर रहे थे I
दोनों बहुत ही तेजी से रन को आगे बढ़ा रहे थे जिसके दौरान 40.2 ओवर में वेस्टइंडीज का स्कोर 3 विकेट पर 241 रन हो चुका था I उस समय सचिन तेंदुलकर गेंदबाजी कर रहे थे जिसके बाद उन्होंने गजब गेंद फेंकी जिसका वीडियो वायरल हो रहा है I सचिन तेंदुलकर ने एक बेहतरीन गेंद डाली जिस पर ब्रायन लारा ने आगे निकलकर खेलना चाहा, जिसके बाद विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी ने बिना कोई देरी किए हुए स्टांप कर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया I
जिसके बाद सचिन तेंदुलकर बहुत ही ज्यादा खुश दिखाई नजर आ रहे हैं उनकी खुशी देखकर पता चल रहा था कि वह इस विकेट से कितना ज्यादा खुश है क्योंकि ब्रायन लारा जिस तरह से लय में बल्लेबाजी कर रहे थे I अगर वह आउट नहीं होते तो वेस्टइंडीज का मैच जीत सकती थी I ब्रायन लारा का विकेट लेने के बाद सचिन तेंदुलकर ने धोनी से कहा कि, कहा था ना मैं