एम एस धोनी और चेन्नई सुपर किंग्स एक दूसरे के पूरक है, यह कहना बिल्कुल ही गलत नहीं होगा… एम एस धोनी के बिना ना चेन्नई सुपर किंग्स का कोई वजूद है और ना चेन्नई सुपर किंग्स के बिना धोनी का कोई वजूद है. 2008 में जब आईपीएल की शुरुआत हुई थी. उसी समय से जादुई विकेटकीपर-बल्लेबाज एम एस धोनी चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा है. एम एस धोनी की अगुवाई में सीएसके ने 4 बार आईपीएल ट्रॉफी अपने नाम किया है और आईपीएल 2020 को छोड़कर हर साल सीएसके प्लेऑफ में पहुंची है.
चेन्नई सुपर किंग्स को छोड़कर एम एस धोनी एक और फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के लिए 2016 और 2017 में खेले थे, क्योंकि उस समय चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स स्पॉट फिक्सिंग कांड में कथित संलिप्तता के कारण 2 साल के लिए प्रतिबंधित किए गए थे. लेकिन 2018 में प्रतिबंध खत्म होने के बाद सीएसके की आईपीएल में वापसी हुई और इसका नेतृत्व एक बार फिर एम एस धोनी करते हुए नजर आए.
मैथ्यू हेडन से बात करते हुए सीएसके के बल्लेबाजी कोच माइकल हसी ने खुलासा किया है कि ‘2018 का आईपीएल सीजन हम लोगों के लिए खास था क्योंकि हम लोग 2 साल के प्रतिबंध के बाद मैदान पर उतरे थे’. माइकल हसी ने आगे बताया कि ‘जब हम 2018 का आईपीएल सीजन खेलने के लिए मैदान पर वापस आए तो मुझे पूरी तरह से याद है कि एम एस धोनी इस सीजन की शुरुआत में इमोशनल भाषण दे रहे थे. उस समय धोनी काफी भावुक नजर आ रहे थे और उनकी आंखों से आंसू निकल रहा था. मैं सोच रहा था कि यहां पर जरूर को कुछ खास हो रहा है’.
हंसी ने आगे बताया कि ‘वह सीजन हम लोगों के लिए बहुत खास था क्योंकि हमने आईपीएल में वापसी की थी. यह सोचकर हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं. उस साल क्या हुआ था. वैसा ही था जैसा आईपीएल में वापस आने के बाद होना था. इस पूरे सीजन में महेंद्र सिंह धोनी ने अविश्वसनीय प्रदर्शन किया था. एम एस धोनी हमारे लिए स्पेशल है.