ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वार्न की स्पिन करते ही गेंदों को खेलना बड़े से बड़े बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं था. उन्होंने अपने कैरियर में दुनिया के सभी बड़े बल्लेबाजों का विकेट चटकाया है. शेन वार्न का 52 साल की उम्र में हार्ड अटैक से निधन हो गया था. शेन वार्न अचेत अवस्था में थाईलैंड में अपने कमरे में पाए गए थे लेकिन थाईलैंड पुलिस को अब एक बड़ा सबूत हाथ लगा है.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर शेन वॉर्न की मौत के बारे में थाईलैंड कि स्थानीय पुलिस के अनुसार उनके शव के पास बहुत ही ज्यादा खून मिला है. आशंका जताई जा रही है कि शेन वॉर्न को अचेत अवस्था में CPR यानी कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन दिया गया था, जिसकी वजह से खून निकला हो. लेकिन अभी किसी चीज की पुष्टि नहीं हुई है. उनके दोस्तों ने ही उन्हें अस्पताल पहुंचाया था. पुलिस का कहना है कि उन्हें अब पोस्टमार्टम का इंतजार हैं.
CPR एक तरह की मेडिकल थैरेपी है, जो मरीज की जान बचाने के लिए इमरजेंसी हालत में दी जाती है. अब शेन वॉर्न के कमरे से खून मिलने से उनके मौत पर सवाल उठाए जा रहे हैं. शेन वार्न की गेंदबाजी का ही कमाल था जिससे 1999 में इंग्लैंड में खेले गए आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप का खिताब ऑस्ट्रेलिया ने 12 साल बाद अपने नाम किया था. शेन वार्न ने उस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की टीम को 33 रन देकर 4 विकेट लिये थे. पाकिस्तान उस मैच में सिर्फ 132 रन ही बना पाए इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट पर 133 रन बनाकर ट्रॉफी अपने नाम कर लिया था. शेन वार्न को इस प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द फाइनल चुना गया था.
टेस्ट क्रिकेट में शेन वार्न ने बिना कोई शतक लगाए 12 अर्धशतक की मदद से 3154 रन भी बनाए थे जो किसी भी बल्लेबाज के सबसे ज्यादा रन का वर्ल्ड रिकॉर्ड है. शेन वार्न का हाईएस्ट स्कोर 99 है जो उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2001 में पर्थ टेस्ट में बनाया था. शेन वार्न एक बार और शतक के करीब पहुंचकर शतक बनाने से चूक गए थे. एकदिवसीय मैचों में भी उन्होंने 1018 रन बनाए है. शेन वार्न दुनिया के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में है जिसके नाम टेस्ट और वनडे दोनों मैच में 1000+ रन और 200+ विकेट दर्ज है.
शेन वार्न ने 145 टेस्ट मैच में 708 विकेट और 194 वनडे मैचों में 293 विकेट लिये है. टेस्ट क्रिकेट में श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन के बाद दूसरे नंबर के गेंदबाज वार्न ने उनसे पहले 700 विकेट पूरे किए थे. वे गेंदबाजी के इस ऊंचे शिखर को छूने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बने थे.