भारतीय टीम के पूर्व बेहतरीन खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग ने दिल्ली कैपिटल्स के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर के बारे में बड़ा खुलासा किया है। वीरेंद्र सहवाग ने बयान देते हुए कहा कि डेविड वॉर्नर का मन प्रैक्टिस में कम और लड़ाई झगड़े में ज्यादा लगता है।
वीरेंद्र सहवाग में क्रिकबज से बात करते हुए बताया कि, डेविड वार्नर दिल्ली की टीम के साथ सफर कर रहे थे उस टाइम मैं उन पर बहुत ज्यादा गुस्सा निकाला था। वह जब 2009 में आए थे तो पार्टियों में ज्यादातर ध्यान देते थे, और अभ्यास मैचों में कम लगाते थे। डेविड वॉर्नर कुछ खिलाड़ियों के साथ लड़ाई झगड़ा में भी शामिल हो जाते थे। जिसकी वजह से उन्हें दो मैचों में बाहर भी किया गया था।
डेविड वॉर्नर 2009 में दिल्ली कैपिटल के टीम में शामिल हुए थे। 2014 में वह सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में शामिल होने से पहले फ्रेंचाइजी के लिए 5 सीजन खेले थे। जिसके बाद 2022 सीजन से पहले वह फिर से दिल्ली कैपिटल्स में वापस चले आए। आगे वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि कभी-कभी ऐसा होता है कि किसी को सबक सिखाने के लिए आपको उन्हें बेंच पर बैठ आना पड़ता है।
वीरेंद्र सहवाग ने आगे कहा कि, सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से डेविड वॉर्नर को पहले कप्तानी से हटाना और 2021 सीजन में उन्हें पूरी तरह से बेंच पर बैठाना गलत था। डेविड वॉर्नर पूरे 8 साल तक फ्रेंचाइजी के साथ रहे हैं। जिसके दौरान डेविड वॉर्नर ने 95 मैचों में 49.46 का औसत और 142.59 के स्ट्राइक रेट से 4014 रन बनाए। डेविड वॉर्नर ने सनराइजर्स हैदराबाद के लिए मैच खेलते हुए 40 अर्धशतक और 2 शतक भी लगाए हैं। डेविड वॉर्नर की कप्तानी में सनराइजर्स हैदराबाद आईपीएल का टॉफी भी जीता है।
वीरेंद्र सहवाग ने आगे बताया कि सनराइजर्स हैदराबाद के नए कप्तान केन विलियमसन अच्छे फॉर्म में नहीं दिख रहे हैं। पिछले साल जैसा डेविड वॉर्नर का हाल था वैसा ही केन विलियमसन सीजन फ्लॉप रहे हैं। लेकिन केन विलियमसन अभी भी हैदराबाद के कप्तान नहीं है। वीरेंद्र सहवाग ने बताया कि केन विलियमसन के आने से हैदराबाद को नुकसान और दिल्ली कैपिटल्स को फायदा है।