आई पी एल 2022 के सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स का बहुत ही खराब प्रदर्शन रहा है I चार बार आईपीएल ट्रॉफी जीतने वाली चेन्नई सुपर किंग्स इस सीजन 10 मुकाबले में से सिर्फ 3 मुकाबला ही जीत पाया है। यही वजह है जिसके कारण रविंद्र जडेजा ने टूर्नामेंट के बीच सही कप्तानी छोड़ कर वापस महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी सौंप दिया है। अब इसी बात को लेकर भारतीय पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने कुछ बातें बताए है और रविंद्र जडेजा के कप्तानी फैसले को नियुक्त करने के बारे में आलोचना किया है।
‘वीरेंद्र सहवाग अपनी बात को बेबाक शब्द में रखने के लिए जाने जाते हैं और वीरेंद्र सहवाग ने चेन्नई सुपर किंग्स की नीलामी पर अपनी कुछ बातें रखी है। वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि चेन्नई सुपर किंग्स ने अपनी पहली गलती सीजन के शुरुआत में ही कर दी थी। जब उन्होंने कहा था कि इस सीजन महेंद्र सिंह धोनी कप्तानी नहीं करेंगे जिसके दौरान रविंद्र जडेजा को कप्तानी संभालना पड़ेगा। यह एक गलत फैसला था। वीरेंद्र सहवाग ने आगे कहा कि, टीम के पास कोई स्थिर प्लेइंग इलेवन नहीं थी। ऋतुराज गायकवाड ने शुरुआती में खराब प्रदर्शन किए जिसके कारण उन्होंने रन नहीं बनाए।
वीरेंद्र सहवाग ने आगे बताते हुए कहा कि, चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाजों ने इस सीजन खराब प्रदर्शन के साथ रन नहीं बनाए, जिसके कारण वहां से उनके लिए चीजें बहुत खराब होती चली गई। अगर महेंद्र सिंह धोनी शुरुआती से ही अपनी टीम को कप्तानी के तौर पर संभालते तो शायद चेन्नई सुपर किंग्स इतनी ज्यादा मैच नहीं हार पाती। आपको बता दें कि रविंद्र जडेजा के कप्तानी छोड़ने के बाद धोनी ने खुलासा किया था, कि वह शुरुआती के दो मैचों में महेंद्र सिंह धोनी ने रविंद्र जडेजा का हेल्प किया था। लेकिन उसके बाद भी उन्होंने कप्तानी का भार रविंद्र जडेजा पर ही छोड़ दिया।
आपको बता दें कि इस सीजन रविंद्र जडेजा के लिए सिर्फ कप्तानी के तौर पर ही नहीं बल्कि एक खिलाड़ी के तौर पर भी उनके लिए यह सीजन बहुत खराब गया है। रवींद्र जडेजा की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने 8 मैच खेली जिसमें से वह सिर्फ दो ही मैच जीत पाई थी। अगर हम बात करें रविंद्र जडेजा की तो वह अभी तक 10 मैच खेल चुके हैं जिसमें उन्होंने 116 रन बनाए और 5 सफलताएं हासिल किए।