धोनी के खिलाफ सटीक गेंदबाज़ी से बने हीरो संदीप शर्मा, टीम इंडिया में 2 मैचों से ज्यादा मौका ही नहीं मिला

कल रात को हुए धमाकेदार मैच में महेंद्र सिंह धोनी के सामने संदीप शर्मा ने काफी अच्छी गेंदबाज़ी की। जिसकी वजह से राजस्थान रॉयल्स की टीम 3 रनो से मैच को जितने में सफल रही। चेन्नई की टीम को आखिरी गेंद पर 5 रनो की जरुरत थी, जिसे धोनी नहीं बना पाए।

संदीप शर्मा ने आईपीएल के इतिहास में काफी अच्छी गेंदबाज़ी की है। वह शुरूआती ओवरों में विकेट लेने में काफी माहिर है, क्युकी उनके पास स्विंग गेंद करने की क्षमता है। वाबजूद इसके संदीप को टीम इंडिया में सिर्फ 2 ही मैच में खेलने का मौका दिया गया।

संदीप शर्मा को 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 श्रृंखला में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका मिला। हालांकि, वह केवल दो मैचों में खेले और तब से वह अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। उन दो मैचों में उन्होंने एक विकेट चटकाए थे और एक बार बल्लेबाजी का मौका मिला तो एक रन बनाया था।

संदीप ने एक बल्लेबाज के रूप में क्रिकेट खेलना शुरू किया, लेकिन उन्होंने अपने स्कूल के दिनों में गेंदबाजी करना शुरू कर दिया क्योंकि उनके कोच ने उन्हें बताया कि उनके लिए सबसे अच्छा क्या है। वह पारंपरिक स्विंग गेंदबाज बनाने में सटीक और बहुत अच्छे होने के लिए जाने जाते हैं। संदीप को अंडर-19 विश्व कप 2010 के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था।

संदीप शर्मा का भारत के साथ 2012 का अंडर-19 विश्व कप टूर्नामेंट सफल रहा, जिससे टीम को खिताब जीतने में मदद मिली। KXIP ने उन्हें 2013 के आईपीएल सीज़न के लिए नीलामी में ड्राफ्ट करने का फैसला किया, और वह टूर्नामेंट में भारत के लिए शीर्ष गेंदबाजों में से एक थे।

संदीप शर्मा ने 2021 के आईपीएल सीजन में सिर्फ 3 मैच खेले हैं, लेकिन अभी तक खास प्रभाव नहीं डाल पाए हैं। यह संभवतः जेसन होल्डर और टी नटराजन जैसे कई प्रतिभाशाली गेंदबाजों वाली टीम का हिस्सा होने के दबाव के कारण है। संदीप एक बहुत ही प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, और विराट कोहली को एक ही आईपीएल सीज़न में सात बार आउट करना कुछ ऐसा नहीं है जो हर कोई कर सकता है।

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