तमिलनाडु के अनुभवी दाएं हाथ के स्टाइलिश बल्लेबाज मुरली विजय एक बार फिर से सुर्खियों में छा गए हैं, जिसका वजह बेहद ही चौंकाने वाली है। मुरली विजय कोविड -19 वैक्सीन लेने से साफ इनकार करने की वजह से आगामी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से बाहर हो चुके हैं।
तमिलनाडु का यह क्रिकेटर कोविड-19 का टीका नहीं लेना चाहते है और बबल लाइफ से भी नहीं गुजरना चाहते हैं। इसी के चलते मुरली विजय ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से खुद का नाम वापस ले लिया है।
सुत्रों के हवाले से जानकारी मिली के अनुसार, “कोविड-19 का टीका नहीं लेना मुरली विजय का निजी फैसला है। मुरली विजय वैक्सीन लेने से हिचकिचा रहे हैं। BCCI SOPs के अनुसार खिलाड़ी को टूर्नामेंट शुरू होने से पहले एक हफ्ते तक कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बायो बबल के अंदर रहने की आवश्यकता है। लेकिन मुरली विजय इसके लिए तैयार नहीं हैं। जिसके चलते तमिलनाडु के चयनकर्ताओं ने उनका चयन नहीं किया।”
वैसे ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुरली विजय अगर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन भी करते तो भी उनकी टीम में चयन की संभावना कम ही थी। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि 37 साल के मुरली विजय ने दो साल से कोई घरेलू टूर्नामेंट नहीं खेला है और आईपीएल भी नहीं खेलते हैं इसलिए उनके चयन की कोई गारंटी नहीं थी।