क्रिकेट के बाद अब खेती में भी ‘शाॅट’ लगाने उतरे हैं महेंद्र सिंह धोनी

देश के लिए कुछ कर गुजरने की बात हो तो कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह से देश की सेवा कर सकता है। आज आपको एक ऐसे देश भक्तों से मिल जाते हैं, जिसे पूरी दुनिया जानती है। वह किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। लेकिन उनके कारनामे देश दुनिया के लोगों को जानना भी बेहद जरूरी है।

आज आपको हम ऐसे ही एक देशभक्त खिलाड़ी के बारे में बता रहे हैं किसका हेलीकॉप्टर शॉट कई बार हारी हुई बाजी जिताने में मदद की है। उनको सैनिकों से लगाव होने के कारण कई बार सीमा पर देखा गया है। हम बात कर रहे हैं भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी की जो अब अपने फॉर्म हाउस पर ऑर्गेनिक तरीके से सब्जियां उगा रहे हैं।

झारखंड के रांची के रहने वाले महेंद्र सिंह धोनी को अब तक आपने टीवी पर क्रिकेट के मैदान में कभी बतौर विकेट कीपर विकेट उखाड़ते हुए तो कभी अपने बल्ले से चौके छक्के की बरसात करते दिखाई दिए होंगे। लेकिन आज आपको महेंद्र सिंह धोनी को खेत में खेती करते हुए दिखाने जा रहे हैं।

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इन दिनों रांची शहर में स्थित अपने फार्म हाउस में तमाम तरह की सब्जियाँ उगा रहे हैं। कमाल की बात यह है कि सारी सब्जियाँ धोनी बिना किसी केमिकल के उगा रहे हैं। बिना केमिकल की होने की वजह से उनके फार्म हाउस में उगाई गई सब्जियों की मांग लगातार बढ़ती ही जा रही है।

धोनी अपने फार्म पर फिलहाल 10 टन स्ट्रॉबेरी का उत्पादन कर रहे हैं। जिससे उनको 30 लाख की मोटी आमदनी भी हो रही है। इसके साथ ही धोनी अपने फार्म हाउस पर बड़े पैमाने पर खरबूजा और तरबूजे की भी खेती करते हैं। इस फार्म हाउस में रोज 300 किलो तरबूज और 200 किलो खरबूजा का उत्पादन हो रहा है। जिसे बाज़ार में बेचकर अच्छी खासी आमदनी हो रही हैं।

आज पूरे देश में जहाँ बिना केमिकल के कोई कृषि उत्पाद नहीं मिलता है। वहीं धोनी बिना केमिकल के खेती करके एक नजीर पेश कर रहे हैं। वह फिलहाल 43 एकड़ में फैले अपने फार्म हाउस में बिना केमिकल के फल और सब्जियाँ उगा रहे हैं जो बेहद स्वादिष्ट होते हैं। बिना केमिकल के उगे फल और सब्जियाँ से किसी तरह की बीमारी का खतरा भी नहीं होता जिसके कारण इन फलों की भारी मांग हो रही है। इसके तहत महेंद्र सिंह धोनी अपने फार्म हाउस के एक एकड़ में अब बिना केमिकल के शिमला मिर्च की भी खेती कर रहे हैं।

धोनी बिना केमिकल के फल और सब्जियों के बाद भविष्य में कड़कनाथ मुर्गे के बाज़ार में हाथ आजमाने की सोच रहे हैं। इसके लिए धोनी बड़े स्तर पर अपना ख़ुद का मुर्गी फार्म हाउस बना रहे हैं। वैसे तो बाज़ार में कई तरह के मुर्गे मिलते हैं, लेकिन कड़कनाथ मुर्गा की बात सबसे अलग होता है। इसका चिकन बाजार में 600 से 1, 000 रुपए प्रति किलो में मिलता है। धोनी केवल कड़कनाथ मुर्गे को ही बाज़ार में उतरना चाहते हैं।

महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेट में तो कई पुरस्कार अपने नाम किये है। लेकिन अब उन्हें झारखंड के बेस्ट पशुपालन का खिताब भी मिला है। साथ ही उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बेस्ट कृषक पुरस्कार से भी उन्हें सम्मानित किया जाए।

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