भारत के पूर्व खिलाड़ी ने खुलासा किया कि कैसे उनके वर्तमान कप्तान सौरव गांगुली ने 2000 आईसीसी नॉकआउट मुकाबले में डेब्यू करने से पहले एक मजाक किया था I जिसके बाद वह डर के मारे पूरी रात सो नहीं पाए। दिल्ली मैच के दौरान युवराज सिंह 18 वर्ष के थे I जिन्होंने ग्लेन मैकग्रा और ब्रेट ली की अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया टीम पर अपना दबाव बनाया था। क्योंकि उनकी 84 रन की शानदार पारी ने भारत को एक बहुत ही अच्छे रन के स्कोर पर पहुंचा दिया था I
जिसमें युवराज सिंह ने 80 गेंदों में 84 रन की शानदार पारी खेली थी। इस पारी के बदौलत भारतीय टीम का स्कोर 9 विकेट पर 265 रन हो चुका था। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह बहुत बड़ा है उसको साबित हुआ। क्योंकि 7 अक्टूबर 2000 को नैरोबी में आईसीसी नॉकआउट क्वार्टर फाइनल में भारत जीत हासिल करने के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया को 245 रन के स्कोर पर ऑल आउट कर दिया था।
मैच खेले जाने से एक रात पहले सौरव गांगुली ने युवराज सिंह से पूछा कि क्या कल तुम ओपनिंग करोगे जिसके बाद युवराज सिंह ने कहा सौरव गांगुली से की आप अगर चाहते हैं तो मैं कल ओपनिंग बल्लेबाजी करूंगा, लेकिन कप्तान गांगुली ने मना कर दिया जिसके बाद वह पूरी रात सो नहीं पाए थे।
युवराज सिंह ने यह खुलासा करते हुए बताया कि इस मजाक के कारण मुझे पूरी रात नींद नहीं आई थी जिसके कारण मैं सो नहीं पाया। मैच के दिन कप्तान सौरव गांगुली ने खुद बताया कि वह मज़ाक कर रहे थे। युवराज सिंह ने कहा कि जब मैं नंबर 5 में बल्लेबाजी करने गया था बहुत घबराया हुआ था। लेकिन मैं उस समय खेलने पर पूरा ध्यान लगाया हुआ था।
क्योंकि उस दिन युवराज सिंह का लकी डे था। उस दिन उनको 37 रनों के स्कोर पर जीवनदान मिल मिला था। इस तरह युवराज ने कहा कि अगर मैं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए मैच में 37 रन भी बना लेता तो यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात होती है क्योंकि मैं बहुत ही खतरनाक गेंदबाज का सामना कर रहा था।