कड़कनाथ मुर्गा पालन से आप घर बैठे लाखों रुपये कमा सकते हैं l इस मुर्गी के छोटे-छोटे बच्चों को बड़ी संख्या में खरीद कर बिजनेस कर सकते हैं। मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में कड़कनाथ मुर्गे को बड़ी संख्या में लोग पालते हैं। ऐसे में आप यहां से कड़कनाथ चूजों को खरीद सकते हैं l कड़कनाथ मुर्गा पालन कमाई के लिए एक बहुत ही बेहतरीन जरिया है इससे बहुत सारा लाभ होता है। इस मुर्गे की खासियत है कि यह पूरी तरह से काला होता है और इसका मांस और खून भी काले रंग का होता है। कड़कनाथ मुर्गे का मांस सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक होता है इसकी डिमांड बहुत ही ज्यादा है जिसकी वजह से कड़कनाथ मुर्गे का पालन करने वालों को बहुत ज्यादा लाभ होता है।
एक कड़कनाथ चूजे की कीमत तकरीबन 200-300 रुपये तक के बीच में होती है। वहीं इसके रेट की बात करें तो यह मार्केट में 1500 रुपये किलो तक बिकता है। इस मुर्गे में बहुत औषधीय गुण भी होते हैं और इसमें कोलेस्ट्रोल की मात्रा भी बहुत कम होती है, जिसकी वजह से इस मुर्गे का मांस लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है और इसका मांस लोगों को काफी पसंद भी होता है। कड़कनाथ मुर्गे की मांस में बहुत ज्यादा प्रोटीन होती है जिसके वजह से इतने ज्यादा दाम में वह बिकती है।
मांस के साथ-साथ कड़कनाथ मुर्गी के अंडे से भी आपको अच्छी खासी कमाई होगी। कड़कनाथ मुर्गे की एक अंडे का कीमत लगभग 20 से 30 रुपए तक होती है। वहीं, आम मुर्गी के अंडे की बात करें तो लगभग 5 से 7 रुपए के बीच में मिलती है सर्दी के समय मांस और अंडों की खपत बढ़ती है, जिसके वजह से फायदा भी बहुत ज्यादा होता है।
इसके पालन के लिए आपको पोल्ट्री फार्म का आवश्यकता पड़ेगी। यह आप अपने गांव या फिर शहर के बाहरी हिस्से में ही पालन कर सकते हैं। पोल्ट्री फार्म को हमेशा जमीन से थोड़ी ऊंचाई पर ही बनाएं, जिसके कारण यदि कभी बारिश यह सब हो तो पानी अंदर नहीं जाए और कोई चीज का दिक्कत भी नहीं हो वहीं, फार्म में तापमान, रोशनी और भोजन व पानी की अच्छी व्यवस्था रखनी पड़ेगी।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद महेंद्र सिंह धोनी ऑर्गेनिक खेती और पोल्ट्री फार्मिंग कर रहे हैं धोनी के पास बड़ा सा फार्म हाउस है। जहां वे कड़कनाथ मुर्गा पालन भी करते हैं। धोनी ने जब कड़कनाथ मुर्गे का पालन शुरू किया था, तब उन्होंने दो हजार से अधिक कड़कनाथ चूजों का ऑर्डर दिया था लगभग महेंद्र सिंह धोनी को एक महीना लग गया था lइस चूजे की डिलीवरी आने में, उन्होंने मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले से ही कड़कनाथ चूजों का ऑर्डर दिया था l