भारत ने अपनी सरजमीं पर आज से 11 साल पहले 2011 में श्रीलंका को हराकर विश्व कप जीता था. उस विश्वकप में भारत और इंग्लैंड के बीच एक ग्रुप स्टेज मुकाबला भी हुआ था. जो टाई हो गया था. उस मुकाबले की एक घटना को इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर ग्रीम स्वान ने याद करते हुए बताया कि भारत ने इंग्लैंड को 339 रनों का लक्ष्य दिया था. लक्ष्य का पीछा करते हुए हम लोग अच्छी स्थिति में थे.
एंड्रयू स्ट्रॉस के 158 रन और इयान बेल के 69 रनों के बदौलत हम लोग लक्ष्य के काफी करीब पहुंच गए थे. लेकिन मैच के अंतिम ओवरों में भारत में शानदार गेंदबाजी करते हुए मैच हमसे छीन लिया था. cricket.com पर डाले एक वीडियो में बात करते हुए ग्रीम स्वान ने बताया कि ‘हम जीत रहे थे और हम लोग चेंजिंग रूम में मजाक कर रहे थे और हंस रहे थे. हम लोगों को लग रहा था कि भारत 20 रनों से पीछे रह जाएगा.
अचानक पीयूष चावला गेंदबाजी करने के लिए आए और उन्होंने कुछ विकेट हासिल कर लिए. इसके बाद एकाएक मैच का रुख बदल गया और हम लोग मैच हारने की स्थिति में आ गए थे. हम लोग उस समय काफी दबाव में थे और फिर दबाव से बाहर नहीं निकल पाए और हम मैच जीत नहीं पाए’. ‘एकदिवसीय मैचों में हमेशा ऐसा होता है कि गेंदबाज बाद में हावी हो जाते हैं. मैंने पीयूष चावला की एक गेंद पर छक्का मारा था. मैंने पहले ही उसके गेंद को पढ़ लिया था कि वह गेंद गूगली है. जिस पर मैंने छक्का लगा दिया था. उसके बाद कुछ हद तक मैच में वापसी हुई थी. लेकिन अंततः मैच टाई हो गया था’.
स्वान ने आगे बताया कि ‘हमें जीत के लिए 2 गेंदों पर 4 रनों की जरूरत थी. हमने उस गेंद पर 2 रन चुराए थे. जिस पर भारत को रन नहीं देने चाहिए थे. मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि एम एस धोनी उससे खुश नहीं थे. अंतिम गेंद पर एक्स्ट्रा कवर का फिल्डर डाइव लगाकर गेंद को रोक लिया और हम लोग बस एक ही रन ले पाए और इस तरह मुकाबला टाई हो गया.
इस मैच में ‘सर’ बन चुके एंड्रयू स्ट्रॉस को मैन ऑफ द मैच दिया गया था. इस मैच में स्वान ने 9 गेंदों पर 15 रनों की बहुमूल्य पारी खेली थी. भारत की ओर से सचिन तेंदुलकर ने 115 गेंदों पर 120 रनों की शानदार पारी खेली थी. वहीं गौतम गंभीर और युवराज सिंह ने भी अर्धशतकीय पारी खेली थी. भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उस मैच में 25 गेंदों पर 31 रन बनाए थे.
उस मैच में इंग्लैंड के गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने 9.5 ओवर में 91 रन दिए थे. ग्रीम स्वान ने 9 ओवर में 59 रन देकर एक सफलता हासिल की थी. वही टिम ब्रेसनन ने 5 विकेट हासिल किए थे.