‘कोहली ने कुछ खिलाड़ियों का समर्थन किया, लेकिन कुछ का नहीं किया’

टी20 विश्व कप के बाद विराट कोहली ने विवादास्पद तरीके से क्रिकेट के तीनों प्रारूपों की कप्तानी छोड़ दी थी. उनकी कप्तानी में भारतीय टीम देश और विदेशों में बड़ी बड़ी जीत दर्ज की है. लेकिन कोई भी आईसीसी ट्रॉफी जीतने में सफल नहीं हुए. वहीं भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने अपनी कप्तानी में विदेशों में काफी कामयाब रहे हैं. लेकिन सौरभ गांगुली भी अपनी कप्तानी में भारत को कोई भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं दिला सकी. अगर विराट कोहली और सौरव गांगुली में बेहतर कप्तान कौन है इसके बारे में तुलना किया जाए तो जवाब देना काफी मुश्किल है. भारत के सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने दोनों की कप्तानी तुलना करते हुए बताया कि दोनों कप्तान में क्या अंतर है. वीरेंद्र सहवाग अपनी बेबाक राय रखने के लिए जाने जाते हैं.

स्पोर्ट्स 18 पर बातचीत करते हुए भारतीय पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने बताया कि गांगुली ने अपने मुश्किल समय में एक टीम बनाई थी ‘होम ऑफ हीरोज’. जिसमें वह खुद भी शामिल थे. उसमें उन्होंने कई नए खिलाड़ियों को जोड़ा और जब उतार चढ़ाव आया तो उसका समर्थन भी किया. मुझे लगता है कि कोहली ने अपने कार्यकाल में ऐसा कुछ नहीं किया है’. सहवाग आगे बताते हैं कि ‘मेरी नजर में नंबर एक कप्तान वही है. जो एक टीम बनाता है और अपने खिलाड़ियों का समर्थन करता है. उसका आत्मविश्वास बढ़ाता है. जो सौरव गांगुली हमेशा करते थे. लेकिन कोहली ने सभी खिलाड़ियों का समर्थन नहीं किया बल्कि कुछ खिलाड़ियों का समर्थन किया है.

मेरी नजर में अच्छे कप्तान को सभी खिलाड़ियों का समर्थन करना चाहिए’. सौरव गांगुली ने भारत को तीन आईसीसी सीरीज के फाइनल में पहुंचाया था. सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने 2002 में आईसीसी नॉकआउट मुकाबला खेला था. दक्षिण अफ्रीका में खेले गए आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप 2003 के फाइनल में भी पहुंची थी. लेकिन फाइनल ऑस्ट्रेलिया से हार गई थी. फिर 2004 में भारत आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल तक पहुंची थी. इसके बाद 2004 में ही सौरव गांगुली ने अपनी कप्तानी में एक सीरीज भी ड्रा करवाई थी.

सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने 2001 में ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर हराया था जो टेस्ट मैचों की सबसे बड़ी जीत में से एक है. वही विराट कोहली अपनी कप्तानी में आईसीसी सीरीज में उतना बेहतर काम नहीं किया. हालांकि टेस्ट में उन्होंने अच्छी कप्तानी की है. 2017 में कोहली की कप्तानी में भारत आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची थी. लेकिन फाइनल में पाकिस्तान से हार गई थी. इसके बाद कोहली की कप्तानी में भारत 2019 में आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप के सेमीफाइनल तक पहुंची थी. विराट कोहली का सबसे खराब प्रदर्शन 2021 टी20 विश्व कप के दौरान दिखाई दिया. जिसके बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ दी थी. हालांकि कोहली ने खिलाड़ी के तौर पर देश और विदेशों में कई सीरीज जीतने में अहम योगदान दिया था.

विराट कोहली की कप्तानी में 2017 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती थी. उसके बाद भारत को टॉप टीमों के खिलाफ बैक-टू-बैक सीरीज में जीत दिलाई थी. भारत ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीती थी.
हालांकि यह कहना काफी मुश्किल है कि दोनों में से बेहतर कप्तान कौन है. क्योंकि समय-समय पर दोनों ने अपने समय के अनुसार भरपूर योगदान दिया है.

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