*बाप-बेटे की जोड़ी : 5 जोड़ियां जिन्होंने एक ही मैच में एक साथ खेला*
ऐसा अक्सर देखा जाता है की बेटा अपने जीवन में उसी कैरियर को चुनता है जिसमें उसके पिता ने एक अच्छा मुकाम हासिल कर रखा हो। कुछ लोग इस में सफल होते हैं तो कुछ असफल भी होते हैं। क्रिकेट में भी अक्सर ऐसा देखा गया है कि किसी क्रिकेटर के बच्चे भी उसी फील्ड मैं अपना करियर बनाने निकल पड़ते हैं। आज हम आपको ऐसे पांच पिता-पुत्र की जोड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने एक ही मैच में एक साथ क्रिकेट खेला।
1) लाला अमरनाथ-सुरेंद्र अमरनाथ
लाला अमरनाथ को कौन नहीं जानता। भारतीय क्रिकेट के सबसे पुराने खिलाड़ियों में से एक थे लालाजी। भारत के लिए 1933 में डेब्यू करने वाले लाला अमरनाथ ने कुल 24 टेस्ट मैच खेले। इसके बाद लाला जी के बेटे सुरेंद्र अमरनाथ ने भी भारत के लिए 10 टेस्ट मैच खेले। मगर उनके करियर की सबसे यादगार मैच शायद वो रही होगी जब उन्होंने अपने पिता के साथ एक ही टीम में मैच खेला। 1963 में बंबई के एक चैरिटी मैच के दौरान 52 वर्षीय लाला अमरनाथ और उनके 15 वर्षीय बेटे सुरेंदर अमरनाथ ने एक साथ एक ही टीम के लिए मैच खेला।
2) शिवनारायण चंद्रपॉल-तेजनारायण चंद्रपॉल
शिवनारायण चंद्रपाल वेस्ट इंडीज के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ी है। वेस्टइंडीज क्रिकेट की सालों तक सेवा करने के बाद 2015 में शिवनारायण चंद्रपॉल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायरमेंट ले ली मगर वह उसके बाद भी घरेलू क्रिकेट खेलते रहे। ऐसे ही एक मौके पर शिवनारायण चंद्रपॉल और उनके बेटे तेज नारायण चंद्रपॉल ने साल 2017 में एक ही टीम के लिए घरेलू क्रिकेट का मैच खेला था। इससे भी बड़ी बात यह है कि दोनों ने आपस में 256 रन की साझेदारी भी की थी।
3) डेनिस स्ट्रीक-हीथ स्ट्रीक
डेनिस जिंबाब्वे के खिलाड़ी थे जिन्होंने अपने देश के लिए केवल 2 टेस्ट मैच खेले क्योंकि उस वक्त जिंबाब्वे को टेस्ट खेलने का दर्जा प्राप्त नहीं था। मगर उनके बेटे ने बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हुए 2000 रन बनाने के साथ साथ 217 विकेट भी चटकाए। साल 1996 में डेनिस प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 11 वर्षों के अंतराल के बाद वापसी करने गए तो उन्हें अपने बेटे के साथ गेंदबाज़ी करने का मौका मिला।
4) जॉर्ज गन-वर्नोन गन
साल 1931 में इंग्लैंड के काउंटी क्रिकेट में नॉटिंघमशायर की तरफ से खेलते हुए वर्नोन ने नाबाद 100 रन बनाए थे। दिलचस्प बात यह थी कि इस मैच में उनके 53 वर्षीय पिता जॉर्ज ने भी हिस्सा लिया था और उन्होंने अपने बेटे से भी ज्यादा 183 रनो की पारी खेली थी। यह एकमात्र ऐसा मैच बताया जाता है जहां दोनों बाप बेटे ने एक साथ खेलते हुए शतक लगाए हो। जॉर्ज अपने बेटे से अच्छे बल्लेबाज थे और उन्होंने इंग्लैंड के लिए भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला हालांकि वर्नोन अपने पिता से बहुत पीछे भी नहीं थी। वर्नोन ने भले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला मगर उन्होंने काउंटी क्रिकेट में बहुत नाम कमाया।
5) सुनील गावस्कर – रोहन गावस्कर
सुनील गावस्कर भारत के सबसे दिग्गज सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं । उनके बेटे रोहन गावस्कर ने भी भारतीय टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भाग लिया है । रोहन गावस्कर का भारतीय टीम में चयन एक समय विवाद का विषय बन गया था ।