आईपीएल 2022 के 49वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने चेन्नई सुपर किंग्स को 13 रनों से हराकर प्ले ऑफ की दौड़ से बाहर कर दिया है. आईपीएल की दूसरी सबसे सफल टीम और चार बार की आईपीएल ट्रॉफी विजेता चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन इस पूरे सीजन में बहुत ही निराशाजनक रहा है. चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एम एस धोनी का एक फैसला सीएसके की टीम को इस सीजन से बाहर होने का मुख्य कारण माना जा रहा है.
‘
रविंद्र जडेजा की कप्तानी में सीएसके ने लगातार शुरुआती चार मैच गंवाकर प्लेऑफ से बाहर होने की नींव रख दी थी. इसके बाद रविंद्र जडेजा ने अपने खेल पर ध्यान देने के लिए महेंद्र सिंह धोनी को फिर से कप्तान बनाने का आग्रह किया था. लेकिन धोनी के करिश्माई कप्तानी में भी सीएसके की नैया पार नहीं लग पाई और बीच मझधार में ही डूब गई.
सीएसके को आरसीबी के खिलाफ मिली हार के लिए एम एस धोनी के एक फैसले को सबसे बड़ा जिम्मेदार माना जा रहा है. एम एस धोनी ने टीम के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ियों में से ड्वेन ब्रावो को इस मैच में खेलने का मौका नहीं दिया है. इससे पहले सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ भी ड्वेन ब्रावो को खेलने का मौका नहीं दिया गया था. लेकिन उस समय बताया गया था कि ड्वेन ब्रावो चोट की वजह से मैच से बाहर है. हालांकि वह मैच सीएसके जीत गई थी.
लेकिन ड्वेन ब्रावो को आरसीबी के खिलाफ भी एम एस धोनी ने टीम में शामिल करना मुनासिब नहीं समझा. ड्वेन ब्रावो एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो सालों से बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी सीएसके को कई बार मुश्किलों से बाहर निकाला है. ड्वेन ब्रावो ने आईपीएल के इस सीजन में गेंद के साथ साथ बल्ले से भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. इस सीजन के आठ मुकाबलों में ड्वेन ब्रावो ने 14 विकेट हासिल किए हैं. ड्वेन ब्रावो का टीम में नहीं होना सीएसके के हार का एक बड़ा कारण है, क्योंकि ड्वेन ब्रावो पारी के निचले क्रम में आकार आखिरी ओवरों में मैच को फिनिश करने की क्षमता रखते हैं.
इस मैच में सीएसके का मिडिल ऑर्डर बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुआ है. जिसके कारण आरसीबी के खिलाफ सीएसके को 13 रनों से हार मिली है. सीएसके के पूर्व कप्तान रविंद्र जडेजा पूरी तरह से फ्लॉप रहे हैं. आरसीबी के खिलाफ रविंद्र जडेजा ने मात्र 3 रन बनाए हैं और गेंद से एक भी विकेट हासिल नहीं कर पाई है. सीएसके के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पिछले कई सालों से फॉर्म से बाहर चल रहा है. हालांकि इस सीजन के शुरुआती मैचों में रवींद्र जडेजा की कप्तानी में धोनी ने अच्छी बल्लेबाजी की थी और उम्मीद की जा रही थी कि आरसीबी के खिलाफ इस मैच में भी धोनी मैच को फिनिश करके ही दम लेंगे. लेकिन सिर्फ 2 रन के स्कोर पर आउट होकर पवेलियन चले गए.