विराट कोहली के जिंदगी का वह पल जहां पर अधिकांश लोग टूट जाते हैं. लेकिन विराट कोहली टूटे नहीं बल्कि लड़ने का जज्बा दिखाया. विराट कोहली अपने पापा प्रेम कोहली के दिल के काफी करीब थे. 54 वर्ष की उम्र में प्रेम कोहली इस दुनिया को छोड़ कर चले गए थे. उस समय विराट कोहली की उम्र मात्र 18 साल थी.
विराट कोहली के जिंदगी का एक पहलू जो काफी दर्दनाक था. जिसने विराट को पूरी तरह से बदल कर रख दिया था. विराट कोहली की माता सरोज कोहली ने कुछ समय पहले अपने पति और विराट कोहली के पापा के खोने के बाद उस पर क्या गुजरी थी इस संबंध में खुलकर बातचीत की है.
सरोज कोहली ने बताया कि ‘विराट शाम को घर आया वह 40 पर नॉट आउट था. वह काफी थका हुआ था. घर आते ही वह सो गया. उसके पापा बीमार थे. उनको ब्रेन हेमरेज हुआ था. रात 2:30 बजे उसके पिता का निधन हो गया. मैंने उसे रात में नहीं बताया. सुबह उठा जब उसने देखा तो वह बहुत रोया और बोला अब मैं क्या करूं.’
सरोज कोहली ने आगे कहा कि ‘विराट ने अपने कोच राजकुमार शर्मा को फोन किया और पूछा कि सर मैं अब क्या करूं. मेरे पिता का सपना था. उन्होंने ही विराट से इतनी मेहनत करवाई थी. उन्होंने सोचा के पापा का सपना पूरा हो रहा है मैं इसे छोड़ नहीं सकता. विराट ग्राउंड पर गए और 98 रन बनाया. वहीं से पिता के अंतिम संस्कार में पहुंचा. यही वह मौका था जब से वह एकदम से बदल गया.
कुछ दिन पहले विराट कोहली ने सुपर हीरो के सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि ‘मेरे पिता जब तक थे तब तक वो ही हमारे लिए सुपर हीरो थे. उन्होंने जो-जो मेरे सामने उदाहरण दिए थे. उससे ही मैं आगे बढ़ पाया हूं. जब मैं छोटा था और क्रिकेट खेल रहा था तब जो-जो फैसले उन्होंने मेरे लिए लिए थे वही आज मेरे लिए काम आ रहा है. वह चाहते तो मुझे दूसरी और भी भेज सकते थे. लेकिन उनके फैसले की वजह से मेरा फोकस हमेशा क्रिकेट पर ही रहा और मैं अपने मेहनत के दम पर ही आगे बढ़ा हूं.’