टाटा आईपीएल का 37 वां मैच कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच सोमवार 2 मई को वानखेड़े स्टेडियम मुंबई में खेला गया था. कोलकाता नाइट राइडर्स ने इस मैच को राजस्थान रॉयल्स से छीन कर अपने नाम कर लिया है. इस जीत के साथ ही केकेआर ने प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है.
आईपीएल में आपने कई खराब डीआरएस देखा होगा, लेकिन राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने सभी हदों को पार करते हुए वाइड के लिए डीआरएस ले ली है. वैसे तो यह मैच कई रोमांचक घटनाओं के लिए याद रखा जाएगा. लेकिन यह मैच खराब अंपायरिंग के लिए भी याद रखा जाएगा. जिसने प्रशंसकों के गुस्से को चरम पर पहुंचा दिया है.
इस मैच के आखिरी ओवरों में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन अंपायर से काफी नाराज दिखाई दे रहे थे. केकेआर की पारी के 19वें ओवर की गेंदबाजी राजस्थान रॉयल्स के स्टार गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा कर रहे थे. इस ओवर में केकेआर के लिए बल्लेबाजी कर रहे रिंकू सिंह कभी लेग स्टंप पर जा रहे थे तो कभी ऑफ स्टंप पर जा रहे थे. इसको गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने फॉलो करके गेंदबाजी कर रहे थे. लेकिन अंपायर ने खराब अंपायरिंग करते हुए कुछ वाइड गेदें दे डाली. इसके बाद कप्तान संजू सैमसन का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया.
इस ओवर की चौथी गेंद पर संजू सैमसन ने सभी हदों को पार करते हुए अंपायर के वाइड देने से नाराज होकर डीआरएस ले लिया. रिव्यु में साफ देखा गया कि गेंद रिंकू सिंह के बल्ले से काफी दूर थी. ऐसे में डीआरएस लेने का कोई मतलब ही नहीं था. लेकिन अंपायर के फैसले ने संजू सैमसन को इतना गुस्सा दिला दिया कि बिना कुछ सोचे समझे डीआरएस लेने का निर्णय ले लिया. आईपीएल के इतिहास में शायद पहली बार किसी कप्तान ने वाइड गेंद के लिए डीआरएस लिया है.
इस मैच में केकेआर के जीत के हीरो रहे रिंकू सिंह अंत तक नाबाद रहे. उन्होंने आतिशी पारी खेलते हुए उन्होंने 23 गेंदों पर 182.61 की स्ट्राइक रेट से छह चौके और एक छक्के की मदद से शानदार 42 रनों की नाबाद पारी खेली है. रिंकू सिंह के इस शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच दिया गया है.