वह 5 क्रिकेटर जिन्हे सौरव गांगुली ने बनाया क्रिकेट के सुपरस्टार

हम जब भी भारतीय क्रिकेट की बात करते हैं तो उसमें सौरव गांगुली का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। गांगुली उस दौर पर भारत के कप्तान थे जब भारतीय टीम बहुत मजबूत नहीं थी। इसके बावजूद भी गांगुली ने इस टीम के साथ घर और विदेश दोनों में अनेकों मैच जीते और यही कारण है कि गांगुली को भारत के महानतम कप्तानों में गिना जाता है।

सौरव गांगुली ने भारत को विदेशों में जितना सिखाया और उनकी कप्तानी के दौरान ही भारतीय टीम क्रिकेट की सुपर पावर बननी शुरू हुई। जाहिर है इसके लिए गांगुली को अनेकों खिलाड़ियों को उनके खराब प्रदर्शन के बाद भी सपोर्ट करना पड़ा था। आज हम देखेंगे ऐसे ही 5 खिलाड़ियों को जिन्हें गांगुली ने अपना भरपूर सपोर्ट दिया और बाद में यही खिलाड़ी भारत के लीजेंड साबित हुए।

5) अजीत आगरकर

पूर्व भारतीय बॉलिंग ऑल राउंडर अजीत आगरकर भारतीय टीम में सिर्फ अपने दृढ़ इच्छाशक्ति और गांगुली के विश्वास पर रह सके। आगरकर उस दौर में भारतीय टीम का हिस्सा रहे जब भारत ऑलराउंडर को ज्यादा तवज्जो नहीं देता था। मगर गांगुली का उन पर विश्वास और आग़ारकर की बेहतरीन इनस्विंग बॉलिंग के चलते वे टीम का हिस्सा बन पाए।

4) आशीष नेहरा

भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा भी उन खिलाड़ियों में शामिल है जो गांगुली का विश्वास जीतने में सफल रहे थे। जवागल श्रीनाथ के रिटायरमेंट के बाद भारत को शुरुआती दौर में युवा तेज गेंदबाजों पर ही निर्भर रहना पड़ा था और इसी दौरान आशीष नेहरा भी टीम में आए थे। आशीष की लगातार तेज गेंद फेंकने की कला को गांगुली ने भली-भांति समझा था और इसलिए ही ज्यादा रन लुटाने के बावजूद भी नेहरा को गांगुली का समर्थन प्राप्त था।

3) हरभजन सिंह

भारत के महानतम स्पिन गेंदबाजों में से एक हरभजन सिंह को भी एक समय गांगुली का बहुत समर्थन प्राप्त था। गांगुली हमेशा यह सोचते थे कि अनिल कुंबले का साथ देने के लिए एक अच्छा स्पिनर रहना चाहिए और उन्हें हरभजन सिंह में वह स्पिनर दिखता था। ईडन गार्डन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में हैट्रिक लेने के बाद तो हरभजन सिंह गांगुली के चहेते बन गए थे। हरभजन ने अपने करियर में 400 से भी अधिक टेस्ट विकेट हासिल किए।

2) युवराज सिंह

युवराज एक ऐसे खिलाड़ी थे जो किसी भी समय पिच पर आकर खेल का रुख बदल सकते थे और उनकी इसी कला को गांगुली ने भलीभांति पहचान। साल 2002 के नेटवेस्ट सीरीज की फाइनल में मोहम्मद कैफ के साथ खेली गई पारी के बाद गांगुली का युवराज पर विश्वास और अधिक बढ़ गया। और हम सभी जानते हैं कि किस तरह युवराज ने भारत को 2 वर्ल्ड कप जीतने में मदद किया था।

  1. वीरेंद्र सहवाग

भारत के सबसे निडर और विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग अपने करियर के शुरुआती दिनों में एक मिडल ऑर्डर बैट्समैन हुआ करते थे। वह गांगुली ही थे जिन्होंने सहवाग को मिडिल ऑर्डर से उठाकर ओपनर बना दिया और खुद मिडिल ऑर्डर पर चले गए। सहवाग कई इंटरव्यू में खुद कह चुके हैं कि अगर उन्हें गांगुली का सपोर्ट नहीं मिलता तो शायद वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सफल नहीं हो पाते।

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