गौतम गंभीर ने लगभग 10 साल तक भारतीय टीम में कप्तानी कर टीम को अच्छी रास्ता दिखाइए है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर पिच पर एक अच्छे और बेहतरीन खिलाड़ी के रूप में जाने जाते थे। उनकी इस क्वालिटी की वजह से फैंस उन्हें काफी पसंद करते हैं। वह ऐसे खिलाड़ी थे, जो किसी भी परिस्थिति में मुश्किलों का सामना करते थे पीछे नहीं हटते थे।
जतिन सप्रू के यूट्यूब चैनल पर अभी तुरंत ही गंभीर ने खुलासा किया कि जब वह छोटे थे तभी से उनका आदत वही है और वह ऐसे व्यक्ति थे, इस कारण स्कूल में बहुत सारे झगड़े होते थे। जबकि, दो बार के आईपीएल खिताब जीतने वाले कप्तान ने यह भी खुलासा किया कि उन्हें 12वीं कक्षा में दो महीने के लिए रोक लगा दिया गया था।
गौतम गंभीर ने कहा, ”मैंने स्कूल में बहुत सारे झगड़े किए हैं … 12 वीं कक्षा में, जब हर बच्चा स्कूल जाना चाहता है, आखिरी दिनों में भाग लेना चाहता है, और मैं रणजी ट्रॉफी भी खेल रहा था – मुझे दो महीने के लिए रोक लगा दिया गया। मैं जिसके बाद उन्होंने सीधे बोर्ड के परीक्षा में बैठे।
यहां तक कि मेरा प्रीफेक्ट बैज भी ले लिया गया। हम मेयो कॉलेज गए थे और आईटीएससी टूर्नामेंट खेल रहे थे और हमारा डीपीएस के साथ झगड़ा हो गया।”