बाराबती स्टेडियम कटक में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत को चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा है. इस हार के साथ ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी-20 सीरीज में 0-2 से पिछड़ने के बाद भारतीय टीम पर सीरीज के हार का खतरा मंडराने लगा है. दूसरे मैच में भुवनेश्वर कुमार को छोड़कर भारत के सभी गेंदबाज फ्लॉप साबित हुए हैं.
इसी बीच भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज और कॉमेंटेटर गौतम गंभीर ने भारत की हार के बाद युजवेंद्र चहल की गेंदबाजी पर सवाल उठाए हैं. युजवेंद्र चहल लगातार दूसरे मैच में फ्लॉप साबित हुए हैं और दूसरे मैच में अपने कोटे के 4 ओवर में 49 रन देकर भारतीय टीम के सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए हैं. इस दौरान चहल को सिर्फ एक विकेट मिले हैं. चहल ने पहले मैच में भी 13 गेंदों में 26 रन दिए थे. इसकी वजह से गौतम गंभीर ने चहल के फार्म को लेकर चिंता जताई है.
गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए कहा है कि ‘अपनी गति को बदलना बहुत अच्छी बात है. चहल अगर यह सोचते हैं कि मैं टाइट गेंदबाजी करूंगा और विकेट भी लूंगा तो ऐसा नहीं होता है. चहल 4 ओवर में 50 रन दे सकते हैं. अगर वह 3 विकेट हासिल कर लेता है तो मैच को उस स्थिति में ला सकता है जहां से वह मैच जीत सकता है. लेकिन अगर वह 40-50 रन देता है और एक विकेट हासिल करता है तो यह एक बहुत बड़ी समस्या है.’
गंभीर ने आगे बोलते हुए कहा है कि ‘चहल को धीमी गेंदबाजी करने होगी और बल्लेबाजों को लुभाना होगा ताकि वह लंबे शॉट खेल सके. अगर वह 1-2 छक्के भी लगाते हैं तो कोई बात नहीं. दूसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका के किसी भी बल्लेबाज ने क्रीज से बाहर निकल कर चहल की गेंदों को नहीं मारा है. वह लेग स्पिनर को क्रीज के अंदर से मार रहे थे. इसका मतलब है चहल तेज गेंदबाजी कर रहे थे. हम अक्षर से इस तरह की डिलीवरी की उम्मीद करते हैं, चाहल से नहीं.’