लड़की देख क्रिकेट नहीं सिखाया तो पिता ने बॉय कटिंग कराई, माता-पिता का सपना पूरा करके रच दिया इतिहास

28 जनवरी 2004 को जन्मी हरियाणा के रोहतक की शेफाली वर्मा T20 क्रिकेट में डेब्यू करने वाली सबसे कम उम्र की क्रिकेटर है. 2019 में भारतीय महिला टीम टी20 विश्व कप की तैयारी कर रही थी. उसी समय मात्र 15 साल की उम्र में शेफाली वर्मा ने टीम में एंट्री की. 24 सितंबर 2019 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 क्रिकेट में डेब्यू किया.

शेफाली वर्मा मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट खेलते हुए देख क्रिकेटर बनने की ठानी. शेफाली ने माता पिता का सपना पूरा करके इतिहास रच दिया है. शेफाली वर्मा ने सबसे कम उम्र में अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक लगाकर सचिन तेंदुलकर के 30 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है.

सचिन तेंदुलकर ने 16 साल की उम्र में पहला अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक लगाया था. इसके साथ ही दाएं हाथ की बल्लेबाज शेफाली वर्मा सबसे कम उम्र में अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक लगाने वाली पहली क्रिकेटर बन गई है.

शेफाली वर्मा एकदिवसीय क्रिकेट में 17 जून 2021 को इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू की थी. शेफाली वर्मा विश्व क्रिकेट में आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है. 15 साल की कम उम्र में भारतीय सीनियर महिला टीम में पदार्पण करके अपनी तूफानी बल्लेबाजी से सभी को चौका दिया है.

शेफाली वर्मा ने अपने शुरुआती मैचों में जिस तरह की आक्रामक बल्लेबाजी की थी, उसे देखकर हर कोई हैरान था. वह पहली गेंद से ही गेंदबाजों पर अटैक करती है और लंबे लंबे शॉट लगाती है. शेफाली वर्मा ने विश्व कप में काफी बेहतरीन बल्लेबाजी की लेकिन भारतीय महिला टीम को विश्व कप जीतने का ख्वाब पूरा नहीं कर पाई.

कम उम्र होने के कारण बीसीसीआई ने उसे अंडर-19 टी20 टीम की विश्व कप में कप्तानी सौंपी थी. जिसमें उन्होंने अपने माता पिता का सपना पूरा करते हुए इतिहास रच दिया था. शेफाली वर्मा ने मात्र 19 साल के उम्र में ही 51 टी-20 मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने 134.53 की स्ट्राइक रेट से 1231 रन बनाए हैं. इस दौरान टी-20 क्रिकेट में उनके नाम 149 चौके और 48 छक्के दर्ज हैं.

शेफाली वर्मा ने अपने कैरियर में अब तक 21 एकदिवसीय मैच और दो टेस्ट मैच भी खेले हैं. सीनियर महिला टी-20 क्रिकेट में शेफाली वर्मा ने 9 मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने 222 रन बनाए हैं. उनका सर्वाधिक स्कोर 73 रन है. इस दौरान उन्होंने 2 अर्धशतक भी लगाए हैं.

जब शेफाली वर्मा 9 साल की थी उस समय लड़की होने के कारण उसे कोई क्रिकेट नहीं सिखाना चाहता था. तब उसके पिता संजीव जी ने उसके बाल कटवा दिए. उस समय से लेकर आज तक शेफाली वर्मा ने वही रूप धारण किया हुआ है.

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