भारत के पूर्व क्रिकेटर मोहित शर्मा ने बताया है कि सचिन तेंदुलकर का विकेट लेने के बाद कैसे उनके प्रशंसक उनके खिलाफ हो गए थे. जब 2013 में मोहित शर्मा लाहली में मुंबई के खिलाफ हरियाणा के लिए खेलते हुए पहली पारी में सचिन तेंदुलकर को आउट किया था. तब उनके खुशी का ठिकाना नहीं था, लेकिन उनकी खुशी जल्द ही निराशा में बदल गई. क्योंकि सचिन तेंदुलकर को आउट करने के बाद उनके ही प्रशंसक उसपर गुस्सा करना शुरू कर दिए थे.
उन्होंने कहा कि ‘अजय जडेजा मैदान के अंदर और बाहर भी काफी साफ बोलते हैं. जब सचिन पाजी बल्लेबाजी करने आए तो मैं उस समय गेंदबाजी कर रहा था. लाहली में विकेट गेंदबाजी के काफी अनुकूल था. अजय भाई ने मुझे गेंदबाजी करने के लिए कहा और सचिन पाजी बोल्ड हो गए’.
उन्होंने आगे कहा कि ‘मैं अपना ओवर खत्म करके जैसे ही फील्डिंग करने के लिए वापस अपनी जगह पर पहुंचा, तो मैच देखने के लिए आए मेरे प्रशंसकों ने मुझ पर गुस्सा करना शुरू कर दिया. गुस्से में उन्होंने ऐसी बातें कहीं जैसे मैंने सब कुछ नष्ट कर दिया हो और मुझे शर्म नहीं आ रही है कि मैंने एक महान व्यक्ति को आउट किया है’. मोहित शर्मा ने अवार्ड शो के दौरान कहा कि वहां ‘मैं हैरान था क्योंकि सचिन पाजी ही सब कुछ है और उनकी फैंटेसी और महानता सब कुछ पार कर जाती है. हरियाणा को भारतीय खेलों में उनके अपार योगदान के लिए भारतीय खेल फैंस पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया’.
सचिन की वापसी करने की क्षमता और जूनियर्स को सिखाने की उनकी इच्छा ही उनको महान बनाती है. मोहित शर्मा ने महसूस किया कि जिस तरह से उन्होंने दूसरी पारी में बल्लेबाजी की और मुंबई की टीम को जीत के लिए आगे लेकर गए, वह कुछ ऐसा है जो उनकी पहचान है.
मोहित शर्मा ने आगे कहा कि ‘ऐसी पिच जिस पर सभी बल्लेबाज संघर्ष कर रहे थे. वहाँ सचिन ने अपनी टैलेंट से बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 75 रन बनाए और अकेले ही टीम को जीत दिलाई. पारी के बाद हमारे ड्रेसिंग रूम में आए और उन्होंने बातचीत की. उन्होंने खिलाड़ियों को कठिन ट्रैक से निपटने के बारे में और परिस्थिति के अनुसार मानसिकता बदलने के बारे में महत्वपूर्ण सुझाव दिए’.