‘रणजी भूल जाइए जसप्रीत बुमराह ने कभी क्लब क्रिकेट की भी कप्तानी नहीं की’

पिछले साल खेली गई पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी मुकाबला 1 जुलाई से 5 जुलाई के बीच बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेला गया. भारतीय टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा के कोरोना पॉजिटिव हो जाने के कारण जसप्रीत बुमराह को इस मैच की कप्तानी दी गई थी. अब जसप्रीत बुमराह की कप्तानी पर मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है.

जसप्रीत बुमराह ने इस मैच में 5 विकेट हासिल किए हैं. वहीं पहली पारी में नाबाद 32 रनों की पारी भी खेली है. इस दौरान इंग्लैंड के स्टार गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के खिलाफ अनोखा रिकॉर्ड भी बनाया है. जहां तक जसप्रीत बुमराह की कप्तानी का सवाल है उनके फिल्डिंग प्लेसमेंट काफी प्रभावशाली दिखी. लेकिन जो उम्मीद की जा रही थी, वह परिणाम नहीं मिला. जसप्रीत बुमराह का किस्मत ने साथ नहीं दिया क्योंकि जिस लक्ष्य को हासिल करके इंग्लैंड ने जीत हासिल की है. उस लक्ष्य को इंग्लैंड की धरती पर आज तक विश्व की किसी भी टीम ने हासिल नहीं किया था.

इसी बीच भारत के पूर्व तेज गेंदबाज करसन घावरी जसप्रीत बुमराह की कप्तानी से बिल्कुल भी खुश दिखाई नहीं दिए. मुंबई और सौराष्ट्र के लिए 159 प्रथम श्रेणी मैचों में 452 विकेट हासिल करने वाले घावरी ने कहा कि हर तेज गेंदबाज अच्छा कप्तान साबित नहीं हो सकता है. एक तेज गेंदबाज को खेल के कई पहलुओं पर ध्यान देना होता है? बुमराह को कप्तान बना कर अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई थी. बुमराह ने किसी भी स्तर पर कभी भी किसी भी टीम की कप्तानी नहीं की थी.

मिड डे के साथ बातचीत के दौरान घावरी ने कहा है कि ‘जसप्रीत बुमराह ने कभी भी किसी भी टीम की कप्तानी नहीं की है. एक रणजी टीम के बारे में भूल जाओ. उन्होंने कभी क्लब की ओर से भी कप्तानी नहीं की है. एक कप्तान का दिमाग बिल्कुल अलग होता है. उसे हर चीज पर ध्यान देने की जरूरत होती है. उसे फील्ड प्लेसमेंट करने और गेंदबाजी में बदलाव करने के साथ-साथ रणनीति बनाने के बारे में भी सोचते रहना चाहिए’.

घावरी ने आगे कहा कि ‘मुझे यकीन है कि राहुल द्रविड़ और अन्य कोचों ने बहुत सारी योजनाएं बनाई होगी, लेकिन 11 खिलाड़ी जब मैदान पर आते हैं तो कप्तान को उन योजनाओं को अमल में लाना चाहिए. लेकिन बुमराह ऐसा नहीं कर सके’. धावड़ी ने कहा है कि ‘रोहित शर्मा जब इस मैच के लिए उपलब्ध नहीं थे तो विराट कोहली को आगे बढ़कर कहना चाहिए था कि मैं इस टीम का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी लेता हूं. हार -जीत खेल का हिस्सा होता है. मुझे लगता है कि ऐसे मुश्किल हालात में कोहली को कप्तानी के लिए हां करना चाहिए था’.

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