भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट, T20 और वनडे सीरीज खेलने के लिए इंग्लैंड के दौरे पर गई हुई है. भारतीय टीम इंग्लैंड में रीशेड्यूल टेस्ट और तीन मैचों की टी-20 सीरीज के बाद तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज खेल रही है. इस दौरान बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को ब्रिटिश पार्लियामेंट ने सम्मानित किया गया है. सौरव गांगुली ने लंदन में मीडिया से अपने सम्मान और विराट कोहली के खराब फॉर्म के बारे में बात की. इसके अलावा उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के बारे में भी बयान दिया है.
सौरव गांगुली ने बताया है कि ‘मुझे ब्रिटिश संसद द्वारा एक बंगाली के रूप में सम्मानित किया एक अच्छा एहसास रहा. मुझे सम्मानित करने के लिए छह महीने पहले ही मुझसे संपर्क किया गया था. ब्रिटिश पार्लियामेंट हर साल यह पुरस्कार देती है और मुझे मिल गया’.
इस दौरान विराट कोहली के खराब फॉर्म को लेकर बातचीत करते हुए सौरव गांगुली ने कहा ‘आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में विराट के रिकॉर्ड को देखिए. जो बिना काबिलियत और क्वालिटी के संभव नहीं है. हां, वह इस समय मुश्किल दौर से गुजर है. यह वह भी जानते हैं कि वह बड़े खिलाड़ी रह चुके हैं. वह भी जानते हैं कि उनके कद के हिसाब से यह सब ठीक नहीं हो रहा है’.
सौरभ गांगुली ने आगे कहा कि ‘मैं विराट को बेहतर करते हुए देखना चाहता हूं. लेकिन इसके लिए उन्हें ही रास्ता निकालना होगा. इन मुश्किल परिस्थितियों से निकलने के लिए उन्हें रास्ता खोजना होगा. वह कर दिखाना होगा जो वह 11-12 सालों से करते आ रहे हैं. यह सिर्फ वही कर सकते हैं’. गांगुली ने आगे कहा कि ‘यह सब चीजें क्रिकेट में कोई बड़ी बात नहीं है. यह सब होती रहती है. ऐसी स्थिति सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और मेरे साथ भी हुआ है और भविष्य में कई खिलाड़ियों को इस मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है. खिलाड़ी के रूप में आपको सिर्फ मैदान पर जाकर अपना प्रदर्शन करना होता है’.
बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल और कोरोना की चुनौतियों पर बोलते हुए सौरव गांगुली ने कहा कि ‘यह स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण रहा क्योंकि इससे पहले कभी किसी ने कोरोना नहीं देखा था. कोरोना ने पूरी दुनिया रोक दिया था. लेकिन फिर भी हम क्रिकेट को आगे लाने में कामयाब रहे. यह आप लोग भी जानते हैं कि प्रसारण के काम लगातार चल रहे हैं’.
उन्होंने आगे कहा कि ‘मैं कभी भी खेल और पैसे को बराबर नहीं रखता. मगर बेहतर सुविधाओं के लिए पैसा भी जरूरी है. बीसीसीआई इस समय मजबूत स्थिति में है. जब हमारा कार्यकाल खत्म होगा तो कोई दूसरा आएगा, जो भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाएगा. खेल को आगे ले जाने का काम खिलाड़ी और अधिकारी ही करते हैं’.