क्रिकेटर जब भी मैदान पर उतरते हैं तो करोड़ों फैंस की उम्मीद उनसे बंधी रहती है। साल 2008 से भारतीय टीम के लिए खेल रहे हैं इन सालों में दोनों क्रिकेटर ने क्रिकेट को आगे बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। साथ में यादगार साझेदारी भी किया लेकिन एक वक्त इन दोनों के बीच कुछ विवाद की खबरें सामने आई थी। अब एक किताब में इस बारे में जानकारी दी गई है।
रोहित शर्मा और विराट कोहली आज भी जब एक साथ पूरे फॉर्म में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हैं तो वर्ल्ड क्रिकेट में शायद ही इससे अच्छा नजारा कोई रहता होगा। हालांकि इन दोनों के बीच रिलेशन हमेशा एक समान नहीं रहती है, एक समय था जब विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच कुछ अनबन की खबरें की चर्चा सब जगह थी। जिसके कारण भारतीय क्रिकेट को नुकसान भी हो रहा था। साल 2019 में खेले गए वनडे विश्व कप के दौरान यह खबर तेजी से फैल गई, फिर 2021 के अंत में विराट कोहली को भारत के वनडे कप्तान के रूप में हटाए जाने के बाद फिर से ऐसी बातों की चर्चा होने लगी।
सभी लोग यह जानना चाहेंगे कि क्या उन अफवाहों के कारण कुछ हुआ था या नहीं, सोशल मीडिया पर तो दोनों के झगड़े की अफवाहों ने उनके रिश्ते को अलग अलग कर दिया। भारत के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने अपनी किताब में इस बारे में खुलासा करते हुए बताया कि, कैसे रोहित शर्मा और विराट कोहली के बीच रिश्ते खराब हुई। लेकिन इससे पहले की स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो जाती तत्कालीन हेड कोच रवि शास्त्री ने सब कुछ सही करने के लिए खुद जिम्मेदारी संभाली।
आज श्रीधर ने अपनी किताब कोचिंग बियॉन्ड में लिखा, साल 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हमारी टीम हारने के बाद काफी कुछ लिखा गया। ड्रेसिंग रूम में अफवाह के तौर पर क्या हुआ, जिसके बारे में बहुत बुरी खबरें थी। हमें तब बताया गया की रोहित शर्मा और विराट कोहली की टीम दो भागों में बटी हुई थी। एक कैंप रोहित शर्मा का और एक कैंप विराट कोहली का था। हमसे ऐसा कहा गया कि अगर आपने इसे खराब होने दिया तो ऐसी चीजें परेशानी खड़ा कर सकती है।
आर श्रीधर ने अपनी किताब में आगे लिखा, हम वनडे वर्ल्ड कप के लगभग 10 दिन के बाद लॉडरहिल में वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए अमेरिका में उतरे थे। रवि शास्त्री ने सबसे पहले दोनों सीनियर खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली को अपने कमरे में बुलाया और उनसे बातें की। भारतीय क्रिकेट को स्वस्थ रहने के लिए उन्हें एकजुट होकर रहना जरूरी था। रवि शास्त्री ने उनसे कहा कि, मैं चाहता हूं कि आप लोग पुरानी बातें को पीछे छोड़ दे और टीम को आगे बढ़ाने के लिए एक दूसरे का साथ दें और साथ रहे। जब मुख्य कोच रवि शास्त्री इन दोनों के बीच आकर दोनों को समझाए जिसके बाद इन दोनों ने अपना मनमुटाव खत्म करके एक साथ रहने का फैसला किया।