भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज और मुख्य कोच 60 वर्षीय रवि शास्त्री उस समय भारतीय टीम के साथ थे जब संजू सैमसन ने 2020-21 में आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था. उस समय संजू सैमसन अंतरराष्ट्रीय T20 मैच में खेले थे, लेकिन उसमें बड़ा स्कोर नहीं कर पाये थे. लेकिन कोच शास्त्री को उन्होंने अपने शॉट्स की रेंज से काफी काफी प्रभावित किया था.
आईपीएल 2022 में संजू सैमसन ने अपनी कप्तानी से सभी को प्रभावित किया था क्योंकि उसने अपनी टीम राजस्थान रॉयल्स को फाइनल तक लेकर गए थे. हालांकि फाइनल मुकाबला गुजरात टाइटंस से हार कर ट्रॉफी जीतने का सपना पूरा नहीं कर पाए. इस सीजन में संजू सैमसन 458 रन बनाए है लेकिन लंबी पारी नहीं खेल पाए और सिर्फ दो अर्धशतक लगाए हैं. शायद यही कारण है कि वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में जगह नहीं बना पाए.
इस सीजन में श्रेयस अय्यर शॉर्ट-पिच गेंदबाजी के खिलाफ संघर्ष करते हुए नजर आए. रवि शास्त्री ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत करते हुए बताया कि ‘संजू सैमसन ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में बाकी खिलाड़ियों से बेहतर कैसे हैं.’ उन्होंने कहा है कि ‘राहुल त्रिपाठी, संजू सैमसन और श्रेयस अय्यर के पास अब काफी अवसर होंगे. लेकिन जब हम ऑस्ट्रेलियाई पिच को देखते हैं तो उछाल, गति, कट, पुल शाॅट खेलने में सैमसन हमेशा आगे होंगे. ऐसी परिस्थिति में संजू संसद के पास किसी भी अन्य भारतीय खिलाड़ी की अपेक्षा अधिक शॉट है.’
भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत इस सीजन में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. वैसे लोगों का मानना है कि क्या वे रोहित और विराट जैसे आउट-ऑफ-फॉर्म खिलाड़ियों के साथ विश्व कप में जाना चाहते हैं. इस पर चयनकर्ताओं को एक बार विचार जरूर करना चाहिए.
लेकिन रवि शास्त्री इन खिलाड़ियों में से किसी को भी बाहर होते हुए नहीं देखते हैं. भारतीय टीम को टी20 विश्व कप से पहले तकरीबन 30 टी20 मैच खेलने है. इन मैचों में अपने प्रदर्शन से लोगों को प्रभावित करने के लिए युवा खिलाड़ियों को काफी मौके मिलेंगे.’