भारतीय टीम के एक खिलाड़ी के पिता को हाल ही में पुलिस ने बैंक में फ्रॉड करने के मामले में गिरफ्तार किया है. इस खिलाड़ी के पिता पर बैंक मैनेजर रहते हुए सवा करोड़ रुपये के फ्रॉड का आरोप है. यह खिलाड़ी भारतीय टीम के तीनों फॉर्मेट में खेल चुका हैं. 2014 में एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही इस खिलाड़ी के पिता फरार चल रहे थे.
मुलताई पुलिस ने बैंक फ्रॉड केस में पूर्व क्रिकेटर नमन ओझा के पिता बीके ओझा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है. कोर्ट ने बीके ओझा को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस दौरान वहां पर नमन ओझा भी मौजूद थे.
बैंक ऑफ महाराष्ट्र की जौलखेड़ा शाखा में साल 2013 में लगभग सवा करोड़ रुपए के फ्रॉड का मामला सामने आने के बाद 2014 में नमन ओझा के पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसके बाद से नमन ओझा के पिता बीके ओझा फरार चल रहे थे. बीके ओझा पर धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120 बी, 34 और आईटी एक्ट की धारा 65, 66 के तहत मामला दर्ज था.
पिछले 8 सालों से पुलिस बीके ओझा की तलाश कर रही थी. एसडीपीओ मुलताई नम्रता सोंधिया ने बताया कि फ्रॉड के मामले में फरार चल रहे आरोपित वीके ओझा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है. वह क्रिकेटर नमन ओझा के पिता है. बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा जौलखेड़ा के तत्कालीन मैनेजर अभिषेक रत्नम, वीके ओझा सहित अन्य लोगों ने मिलकर फर्जी नाम और फर्जी आधार कार्ड पर किसान क्रेडिट कार्ड बनाकर बैंक से लगभग सवा करोड़ रुपए निकाली थी.
पुलिस ने इस मामले में आरोपित बैंक मैनेजर अभिषेक रत्नम, निलेश छलोत्रे सहित अन्य लोगों की गिरफ्तारी पहले ही कर ली थी. मशहूर क्रिकेटर नमन ओझा भारत के लिए एक टेस्ट, एक वनडे और दो टी-20 मैच खेल चुके हैं. वही आईपीएल में नमन ओझा ने 113 मैच खेले हैं.