भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक ऐसी घटना हुई. जिसे कोई भी याद रखना नहीं चाहेगा. भारतीय टीम के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को एक शख्स ने थप्पड़ लगा दिया था. इस घटना के बाद काफी बवाल हुआ था. इस घटना के बाद तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली काफी नाराज हुए थे. यहां तक कि सौरव गांगुली ने वीरेंद्र सहवाग को थप्पड़ लगाने वाले शख्स पर अपना आपा खो दिया था.
इस घटना का खुलासा बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने 2013 में एक कार्यक्रम के दौरान किया था. 2002 में भारतीय टीम वनडे मैच खेलने के लिए इंग्लैंड के दौरे पर गई थी. उस सीरीज के दौरान वीरेंद्र सहवाग लगातार असफल हो रहे थे और कुछ ही गेंद में आउट हो जाते थे. जिसके कारण भारतीय टीम के तत्कालीन कोच जॉन राइट सहवाग की बल्लेबाजी से काफी नाराज हो गए थे. सहवाग के लगातार असफल रहने के कारण कोच जॉन राइट को एक दिन इतना गुस्सा आया कि उसने सहवाग को थप्पड़ लगा दिया l
इस घटना की जानकारी जब तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली को लगी तो वह काफी भड़क गए. उस समय राजीव शुक्ला भारतीय टीम के मैनेजर थे. गांगुली ने शुक्ला से साफ-साफ कहा कि जॉन राइट को माफी मांगनी होगी. जॉन राइट ड्रेसिंग रूम के बाहर सिगरेट पी रहे थे. उसी समय शुक्ला ने सहवाग को थप्पड़ मारने के बारे में बात की. इस पर जॉन राइट ने राजीव शुक्ला से कहा कि बतौर टीचर सहवाग पर गुस्सा उतारा है.
जॉन राइट ने अपनी सफाई में कहा कि ‘सहवाग को मैंने केवल धक्का दिया है. थप्पड़ नहीं मारा है. वह बार-बार एक ही गलती कर रहा था. जिसके कारण मुझे गुस्सा आ गया. सहवाग की गलती मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रही थी.’ लेकिन गांगुली अड़े हुए थे कि जॉन राइट को हर हाल में माफी मांगनी होगी. लेकिन इस मसले पर सचिन तेंदुलकर की राय कुछ अलग थी.
सचिन तेंदुलकर ने राजीव शुक्ला को अलग बुलाकर कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए जॉन राइट से माफी मंगवाना उचित नहीं होगा. मैं सचिन की बात को समझ गया. जब कोच ही खिलाड़ी से माफी मांगेगा तो टीम का क्या होगा. इसके बाद राजीव शुक्ला ने वीरेंद्र सहवाग को बुलाकर समझाया. जिसके बाद सहवाग समझ भी गए और उन्होंने कहा जॉन राइट को माफी मांगने की कोई जरूरत नहीं है.