चेन्नई सुपर किंग्स और पंजाब किंग्स के बीच मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में आईपीएल सीजन 15 का 11वां मुकाबला खेला जा रहा है. इस मैच में सीएसके ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया. पहले बल्लेबाजी करने उतरी पंजाब किंग्स ने 181 रनों का लक्ष्य सीएसके को दिया. लक्ष्य का पीछा करने उतरी सीएसके की टीम के एक के बाद एक विकेट गिरते चले गए और पंजाब किंग्स का दबदबा सीएसके पर बना रहा और सीएसके 54 रनों के बड़े अंतर से मैच हार गया.
हालांकि इस मैच में एक छोर पर एम एस धोनी कमान संभाले हुए थे लेकिन दूसरे छोर पर लगातार विकेट गिरता चला गया. धोनी के क्रीज पर रहने से क्रिकेट प्रशंसकों को सीएसके की जीत की धुंधली सी उम्मीदें नजर आ रही थी लेकिन 18वें ओवर में राहुल चाहर ने धोनी को आउट कर वह उम्मीद भी खत्म कर दी. धोनी के आउट होने का श्रेय गेंदबाज़ से ज्यादा विकेटकीपर को जाता है.
धोनी के एक छोर पर टिके रहने के बाद भी रन रेट बढ़ता ही जा रहा था. इसको ध्यान में रख कर धोनी ने बड़ा शॉट खेलने का फैसला किया. 18वें ओवर में राहुल चाहर की पहली गेंद पर धोनी ने चौका मारने का प्रयास किया लेकिन इस प्रयास में वह सफल नहीं हो पाए और गेंद सीधा विकेटकीपर के हाथों में चली गया. इस गेंद को मैदानी अंपायर ने वाइड करार दिया लेकिन पंजाब किंग्स के युवा विकेटकीपर जितेश शर्मा ने गेंद को पकड़ते ही तुरंत डीआरएस की मांग कर डाली.
जितेश शर्मा का कॉन्फिडेंस देखकर कप्तान मयंक अग्रवाल ने भी तुरंत रिव्यू ले लिया. रिव्यू में साफ देखा गया कि चाहर की बॉल धोनी के बल्ले से टकराने के बाद विकेटकीपर के हाथों में चली गई. जिस वजह से मैदानी अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा और सीएसके के जीत की प्रशंसकों की आखरी उम्मीद भी एम एस धोनी के साथ ही पवेलियन का रास्ता पकड़ लिया.
इस मैच में पंजाब किंग्स के जीत के असली हीरो इंग्लैंड के ऑलराउंडर लियाम लिविंगस्टोन है. लिविंगस्टोन में अपने बल्लेबाजी के दौरान 32 गेंदों पर 60 रनों की आतिशी पारी खेली और 2 विकेट भी चटकाए. इस हार के साथ ही लगातार तीन मैच हार कर सीएसके की टीम पॉइंट टेबल में नौवें स्थान पर पहुंच गई है.