ट्वेंटी20 लीग में कई मैच खेलें गए, जहां कई क्रिकेटरों द्वारा बेहतरीन प्रर्दशन दिया गया। इसे देखते हुए कुछ खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय तौर पर खेलने के लिए मौका मिला, पर यह पाया गया की कॉल-अप के बाद भी कई खिलाड़ी उच्चतम स्तर पर असफल रहे। आईपीएल एक ऐसा मंच बन गया है, जहां युवा खिलाड़ी अपने काबिलियत से अक्सर मशहूर हो जाते है, और ऐसे ही उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण किया जाता हैं।
आज हम ऐसे भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर लॉन्च करने के लिए आईपीएल का इस्तेमाल किया जैसे विराट कोहली, रवींद्र जडेजा और यहां तक कि सुरेश रैना ने भी पर कुछ उन्हीं में से कुछ खिलाड़ी ऐसे भी है जो आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उच्चतम स्तर पर असफल रहे।
मनप्रीत गोनी
मनप्रीत गोनी को 2008 में आईपीएल के उद्घाटन संस्करण में अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए एस श्रीसंत के जगह में भारतीय एक दिवसीय टीम में बुलाया गया था।चेन्नई सुपर किंग्स में हिस्सा बनने के बाद, उन्होंने 17 विकेट की अच्छी पारी के साथ लोकप्रिय हो गए। पर एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ वे मंहगे साबित हुए। आपको बता दे वे पहले सीएसके के टीम में शामिल हुए, फिर डेक्कन चार्जर्स के और बाद में किंग्स इलेवन पंजाब में।
राहुल शर्मा
लंबे, दुबले-पतले लेग स्पिनर के तौर पे जाने जानें वाले राहुल शर्मा ने 2010 में डेक्कन चार्जर्स के लिए अपनी अनुशासित गेंदबाजी और पावरप्ले के भीतर और बाहर दोनों ओवरों में खेलने के जाने गए। उन्हें पुणे वारियर्स इंडिया के द्वारा अच्छा प्रदर्शन करते देख भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया। इसके बाद ही उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ दिसंबर 2011 में इंदौर में अपना वनडे डेब्यू किया।
सौरभ तिवारी
बाएं हाथ के धोनी के रूप में जानें जाने वाले सौरभ तिवारी ने आईपीएल 2010 के सीज़न में मुंबई इंडियंस के तरफ से बहुत अच्छा प्रदर्शन करने पर लोकप्रिय हुए। अपने अच्छे प्रदर्शन के कारण एशिया कप के लिए भारतीय एक दिवसीय टीम के लिए उन्हें कॉल-अप किया गया। उन्हें लोग विशाखापत्तनम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए 290+ के स्कोर का पीछा करते हुए 12 रनों की नाबाद पारी खेलने के लिए जाना गया। फिर 2011 में उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने $1.6 मिलियन में खरीदा, लेकिन लोगो को उनका अच्छा प्रदर्शन नही देखने को मिला। वहीं 2014 में, तिवारी को दिल्ली डेयरडेविल्स ने खरीदा था।
नमन ओझा
उन्हें 2009 में आईपीएल के दूसरे संस्करण में राजस्थान रॉयल्स की ओर से प्रभावशाली मैच खेल देखा गया था। घरेलू क्रिकेट में अपनी काबिलियत दिखाने के बाद जिम्बाब्वे दौरे में उन्हें एक राष्ट्रीय कॉल-अप के रूप में एक बैक-अप कीपर के रूप में पुरस्कृत किया गया। पर उनका बल्ला बस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के केवल तीन मैचों तक ही चल पाया। आज वे सनराइजर्स हैदराबाद के टीम से विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में खेलते हैं।
सुदीप त्यागी
सुदीप त्यागी को अपने कैरियर में ब्रेक मिला आईपीएल के दूसरे संस्करण में, उस समय वे सीएसके के लिए खेला करते थे। उसके बाद 2009 में भारतीय के एक दिवसीय टीम में श्रीलंका के खिलाफ खेलने का मौका मिला। 2010 में अपना आखिरी आईपीएल मैच खेलने वाले त्यागी को तीन साल बाद सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें फिर से खरीदा। कभी भारतीय टीम के तेज गेंदबाजों में से माने जाने वाले यह खिलाड़ी, फॉर्म की कमी और वरुण आरोन और उमेश यादव जैसे तेज गेंदबाजों के उभरने से वह राष्ट्रीय स्तर पर बाहर हो गए।