पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. जिसके कारण सीरीज के अंतिम टेस्ट मैच को जुलाई के लिए पुनः निर्धारित किया गया था. यह मैच 1 जुलाई से लेकर 5 जुलाई तक एजबेस्टन में खेला जाएगा. इस मैच में भारतीय टीम 2-1 से आगे हैं. इस मैच में पारी की शुरुआत केएल राहुल और रोहित शर्मा ने किया था. भारतीय टीम के पास 1 जुलाई से 5 जुलाई के बीच होने वाले टेस्ट मैच को जीतकर 2007 के बाद पहली बार श्रृंखला जीतने का सुनहरा मौका है.
रोहित शर्मा 4 मैचों में 368 रन बनाकर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी थे. रोहित शर्मा ने लॉर्ड्स और हेडिंग्ले में अर्धशतकीय पारी खेली थी. वही चौथे टेस्ट मैच के दूसरी पारी में शानदार 127 रन बनाए थे. केएल राहुल ने भी लॉर्ड्स के मैदान पर बेहतरीन 129 रनों के साथ कुल 315 रन बनाए थे. उस समय इस टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली थे लेकिन इस समय अंतिम टेस्ट मैच की कप्तानी रोहित शर्मा के जिम्में है. वही रोहित शर्मा इंग्लैंड पहुंच गए हैं. केएल राहुल चोटिल होने की वजह से एजबेस्टन टेस्ट में उपलब्ध नहीं है. उम्मीद की जा रही है कि पारी की शुरुआत शुभमन गिल करेंगे. इसके लिए वह पूरी तरह से तैयार भी है.
पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि ‘भारतीय टीम में केएल राहुल के नहीं रहने की स्थिति में बल्लेबाजी काफी मुश्किल होगी. केएल राहुल का भारतीय टीम में नहीं होना भारत के लिए बहुत बड़ा झटका है.’ उन्होंने कहा है कि ‘केएल राहुल और रोहित शर्मा ने पारी की शुरुआत करते हुए शानदार बल्लेबाजी की थी, जिसके बदौलत भारतीय टीम इस सीरीज में 2-1 से आगे है. इस बार केएल राहुल के नहीं रहने के कारण भारतीय टीम के लिए बहुत बड़ी चुनौती है. हालांकि इस टेस्ट मैच में श्रेयस अय्यर के खेलने की उम्मीद है. वही हनुमा विहारी और चेतेश्वर पुजारा वापसी कर सकते हैं.’
सोनी स्पोर्ट्स द्वारा आयोजित एक आभासी बातचीत में संजय मांजरेकर ने कहा है कि ‘भारत के एल राहुल की कमी को पूरा कर सकता है. लेकिन जब आप भारत की सीम गेंदबाजी को देखते हैं तो वहां दो स्पिनरों को अलावा चुनने के लिए गुणवत्ता वाले विकल्प भी मौजूद है. पिछली बार की तरह बल्लेबाजी करना काफी चुनौतीपूर्ण होगा.’ संजय मांजरेकर का मानना है कि ‘चार दिवसीय अभ्यास मैच के पहले दिन भारतीय टीम के 6 बल्लेबाजों का जल्दी आउट होना भारत के लिए चिंता का विषय है. सतर्क रहने के बाद भी रोहित शर्मा गेंद को हुक करने का प्रयास करते हुए आउट हो गए. विराट कोहली गेंद को मिस करते हुए एलबीडब्ल्यू आउट हो गए. फ्लिक के लिए जाते हुए हनुमा विहारी पहली स्लिप में कैच थमा बैठे. रविंद्र जडेजा, श्रेयस अय्यर और सुभमन गिल भी सस्ते में आउट हो गए.’
मांजरेकर ने कहा है कि ‘अगर भारतीय टीम को स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के बीच चुनने के लिए मजबूर किया जाता है तो स्पिनर रविचंद्रन अश्विन इस मैच को खेलने से चूक जाएंगे. पिछले साल खेले गए चार टेस्ट मैचों में रविचंद्र अश्विन ने भाग नहीं लिया था. उस मैच में चार तेज गेंदबाजों के साथ स्पिन की जिम्मेदारी अकेले रविंद्र जडेजा को दी गई थी.’
उन्होंने आगे कहा है कि ‘टीम की संरचना यह दर्शाती है कि पिच और परिस्थितियां अगर अनुकूल रहती है तो भारतीय टीम चार तेज गेंदबाजों के साथ जाना चाहेगी. हालांकि टीम तीन तेज गेंदबाज और एक स्पिनर के साथ भी जा सकती है. इससे एक अतिरिक्त बल्लेबाज को खेलने का मौका मिल सकता है.’ टीम प्रबंधन और सभी को मालूम है कि भारतीय टीम के लिए कम से कम 300 रन बनाना सबसे बड़ी चुनौती है.