भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रही पांच मैचों की टी-20 सीरीज में भारतीय टीम बिना सीनियर खिलाड़ियों के खेल रही है. हो सकता है कि चयनकर्ता भी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आगामी टी-20 विश्व कप के लिए युवा खिलाड़ियों का टेस्ट ले रहे हैं. इसी बीच रियान पराग जिसे भारतीय टीम का भविष्य बताया जा रहा था, उसने खुद कबूल किया है कि अभी वह राष्ट्रीय टीम में खेलने के योग्य नहीं है. हालांकि बहुत कम ऐसे लोग हैं जो इस तरह की बात कबूलने की क्षमता रखते हैं.
रियान पराग ने स्पोर्ट्स तक से बातचीत के दौरान कहा है कि ‘मैं अभी तक अपनी टीम के लिए कुछ ही मैच में मैच जिताऊ पारी खेल पाया हूं. जो कि यह काफी नहीं है. अगर मैं किसी टूर्नामेंट में अपनी टीम के लिए 6 या 7 मैच जीत सकता हूं तो ही मैं गिनती में रहूंगा. इस समय मेरा नाम भारतीय टीम की संभावित सूची में आएगा तो यह मुझे अच्छा नहीं लगेगा. अभी मैं इस लायक नहीं हूं. आने वाले सीजन में अगर मैं अपनी टीम को और ज्यादा मैच जिता पाऊंगा तो मेरा आत्मविश्वास बढ़ेगा.’
रियान पराग ने आगे बोलते हुए कहा कि ‘अपनी बल्लेबाजी की पोजीशन से सही में मैं खुश हूं. हालांकि मैं अपने बल्लेबाजी के प्रदर्शन से खुश नहीं हूं. मैं 6-7 नंबर की पोजीशन को पक्का चाहता हूं. अगर आप नजर घुमाकर चारों ओर देख ले तो आपको उस पोजीशन के लिए सिर्फ एक ही नाम नजर आएगा और वह है महेंद्र सिंह धोनी का नाम, जिन्होंने एक फिनिशर की भूमिका में अपने आप को स्थापित किया है. इसे देखते हुए मैं अभी सीखने की कोशिश कर रहा हूं. उम्मीद करता हूं कि अगले साल मैं अपने सभी अनुभवों को लागू करने में सक्षम हो जाऊंगा.’
रियान पराग ने सच कबूल कर लिया है. इस तरह का सच का बोलने का दम बहुत कम लोगों में होता है कि वह किसी प्लेटफार्म पर आकर यह कह सके कि अभी वह बड़े लेवल के लिए तैयार नहीं है. लेकिन यह सच कबूल कर रियान पराग ने खुद का ही भला किया है. क्योंकि अब वह जानते हैं कि भारतीय टीम में आने के लिए उन्हें क्या करने की आवश्यकता है. ऐसे में आने वाले आईपीएल सीजन में पराग के बल्ले से कुछ अच्छी पारियां देखने को मिले तो इससे फैंस काफी खुश होंगे.